भोपाल | मध्यप्रदेश में तकनीकी शिक्षा का हाल यही बात बयां कर देती है कि यहां के सरकारी इंजीनियरिंग कॉलेज में बीते 10 वर्षो से पूर्णकालिक प्राचार्य ही नहीं है, यही कारण है कि राज्य के तकनीकी शिक्षा के संचालनालय को संचालक नहीं मिल पाया है। विधानसभा में मंगलवार को उच्च व तकनीकी शिक्षा मंत्री उमाशंकर गुप्ता ने कांग्रेस विधायक तरुण भनोट के सवाल के जवाब में माना है कि इंजीनियरिंग कॉलेजों में पूर्णकालिक प्राचार्य नहीं है। कांग्रेस विधायक भनोट ने बीते 10 वर्षो से तकनीकी शिक्षा विभाग को पूर्णकालिक संचालक न मिलने का मामला उठाया।
इस पर तकनीकी शिक्षा मंत्री गुप्ता ने बताया कि राज्य के सरकारी इंजीनियरिंग कॉलेज में एक भी पूर्णकालिक प्राचार्य नहीं है और संचालक के पद पर प्राचार्य की ही नियुक्ति का प्रावधान है, इस वजह से पूर्णकालिक संचालक की पदस्थापना नहीं हो पाई है। कांग्रेस विधायक भनोट ने सरकार की कार्यप्रणाली पर सवाल उठाते हुए कहा कि राज्य की तकनीकी शिक्षा की यह स्थिति चिंताजनक है कि सरकारी इंजीनियरिंग कॉलेज को 10 वर्षो से पूर्णकालिक प्राचार्य नहीं मिल सका है। संचालक के पद पर भारतीय प्रशासनिक सेवा के अधिकारी को बैठा दिया जाता है। इस दौरान कांग्रेस विधायक मुकेश नायक ने तकनीकी शिक्षा विभाग के शैक्षणिक कैलेंडर को लेकर भी सवाल उठाया। इस पर तकनीकी शिक्षा मंत्री गुप्ता का कहना था कि विभाग में नियम सम्मत कार्य होते हैं। गड़बड़ी तो कांग्रेस के काल में होती है।