हर हर महादेव के जयघोष के साथ महाशिवरात्रि सोमवार को धूमधाम से मनाई गयी। शहर के तमाम शिवालयों के कपाट भोर से पहले रात दो बजे से खुलना शुरू हो गए। मनकमेशवर मंदिर में पहली बार सुबह तीन बजे गोमा के जल से अभिषेक हुआ।
इस दिन के महत्व को बताते हुए मनकमेशवर मंदिर की महंत दिव्या गिरी ने कहा की आज के दिन का महत्त्व इस लिए और बढ़ गया क्योकि इस बार शिवरात्रि शिवशंभु के दिन यानि सोमवार को पड़ी है जो एक शुभ संयोग मन जा रहा है। आज के दिन पूजा और व्रत करने वाली खास तौर से मांगलिक लड़कियों के लिए बहुत ही लाभकारी सिद्ध होगा, साथ ही उन्होंने ये भी बताया की आज की रात्रि काल रात्रि के नाम से भी जनि जाती है क्योकि जब भगवन शिव और माता पारवती के वियोग के समय भगवान शिव ने अपना तीसरा नेत्र खोल कर प्रलय मचा दी थी।
सुबह 4 बजे से ही बाबा के दर्शन पाने को व्याकुल उनके भक्तो की लाइन भले ही लम्बी हो पर उनकी भक्ति और बाबा भोले के दर्शन पाने की चाहत में कोई कमी नहीं दिखाई दी । हर तरफ बम बम भोले , जय बोले भंडारी, ढोल नागांरे की धुन पर नाचते भक्त शिव की भक्ति में लीन दिखे। वहीं इस महाशिवरात्रि के पावन पर्व पर पुलिस प्रशासन की व्यवस्ता भी चाकचौबन्द दिखी।