National

मोदी ने मांगा विपक्ष का समर्थन लेकिन कांग्रेस की तुलना मृत्यु से की

Modi (3)

नई दिल्ली | प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बुधवार को शायरी व व्यंग्य के सहारे कांग्रेस पर हमला किया। उन्होंने चुटकी लेते हुए कांग्रेस की तुलना मृत्यु से की, साथ ही उन्होंने विपक्ष से राज्यसभा में विधेयकों को पारित करने की अपील की। प्रधानमंत्री मोदी ने राज्यसभा में राष्ट्रपति के अभिभाषण पर धन्यवाद प्रस्ताव पर चर्चा का जवाब देते हुए विपक्ष से कहा कि वे वस्तु एवं सेवा कर अधिनियम (जीएसटी) सहित लोकसभा द्वारा पहले पारित किए जा चुके विधेयकों का समर्थन करें। लेकिन उनकी यह अपील भी उन्हें कांग्रेस को आड़ेहाथों लेने से नहीं रोक पाई। उन्होंने कहा कि कांग्रेस सोचती है कि वह आलोचना से ऊपर है।

उन्होंने उसकी तुलना मृत्यु से करते हुए कहा, “मृत्यु वरदान है..उसकी कभी आलोचना नहीं होती..कोई भी व्यक्ति मृत्यु की आलोचना नहीं करता। लोग कहते हैं कि कोई कैंसर से मरा तो कोई उम्रदराज होने के कारण। कैंसर व अधिक आयु पर आरोप लगता है, लेकिन मृत्यु पर नहीं।” मोदी ने कहा, “कभी-कभी मुझे लगता है कि कांग्रेस को भी कुछ ऐसा ही वरदान (मौत जैसा) प्राप्त है..जब कभी हम कांग्रेस की आलोचना करते हैं, मीडिया कहती है कि विपक्ष पर हमला हुआ है। लेकिन जब सत्तारूढ़ पार्टी जनता दल (युनाइटेड) या बहुजन समाज पार्टी (बसपा) पर हमला करती है, तो मीडिया कहती है, जद (यू) या बसपा पर हमला किया गया।” प्रधानमंत्री ने संसद के दोनों सदनों-लोकसभा व राज्यसभा के बीच समन्वय पर भी जोर दिया। इसके लिए उन्होंने पूर्व प्रधानमंत्री जवाहरलाल नेहरू के शब्दों को दोहराया।

उन्होंने राज्यसभा में कहा, “लोकसभा में पारित हुए विधेयकों को जितनी जल्दी संभव हो सके राज्यसभा में पारित करें और भारत की प्रगति का मार्ग प्रशस्त करें। क्योंकि देश कई विधेयकों के पारित होने का इंतजार कर रहे हैं।” उर्दू के नामचीन शायर निदा फाजली के शेरों के माध्यम से मोदी ने विपक्षी पार्टियों से संसद में अपनी रणनीति बदलने की अपील की। उन्होंने कहा, “किसी के वास्ते राहें कहां बदलती हैं, तुम अपने आपको खुद ही बदल सको तो चलो ।” प्रधानमंत्री ने कहा, मैं मनमोहन सिंह जैसा अर्थशास्त्री नहीं हूं और यही कारण है कि मेरे पास उनके जैसा ज्ञान नहीं है। लेकिन मैंने किसानों के साथ काम किया है और मुझे कुछ चीजों की जानकारी है।” मोदी ने अपनी सरकार द्वारा किसानों की आय साल 2022 तक दोगुनी करने के महत्वाकांक्षी वादे का जोरदार तरीके से बचाव किया।

प्रधानमंत्री ने गुजरात व राजस्थान में पंचायत चुनाव लड़ने के लिए न्यूनतम शैक्षणिक अर्हता की विपक्ष द्वारा आलोचना को चुनौती दी और कहा कि कांग्रेस को आगामी चार राज्यों के विधानसभा चुनावों में अनपढ़ों को टिकट देना चाहिए। इससे पहले, प्रधानमंत्री ने वर्तमान सत्र में सहयोग के लिए सदस्यों की सराहना करते हुए कहा कि पिछले सत्र से अलग बजट सत्र के दौरान कार्यवाही सुचारु रूप से चल रही है। प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि ऐसा केवल राष्ट्रपति के अभिभाषण के सकारात्मक प्रभाव की बदौलत हो रहा है, जिसमें उन्होंने सभी सांसदों से संसद की कार्यवाही सुचारु रूप से चलाने की अपील की थी। प्रधानमंत्री ने ध्वनिमत से धन्यवाद प्रस्ताव पारित करने की अपील की लेकिन ऐसा नहीं हुआ और यह मतदान के जरिये पारित हुआ।

=>
=>
loading...