नई दिल्ली | प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सोमवार को बी.आर. अम्बेडकर की प्रशंसा करते हुए उन्हें समाज के कमजोर तबके की आवाज करार दिया और कहा कि उन्होंने लोगों को उनकी आंतरिक शक्ति का एहसास दिलाया। यहां बी.आर.अम्बेडकर राष्ट्रीय स्मारक के लिए आधारशिला रखने के बाद मोदी ने कहा, “बाबा साहब कमजोर लोगों की आवाज थे। वह विश्व मानव थे।” प्रधानमंत्री ने गरीबों और मध्य वर्ग के लोगों के विकास के लिए अंबेडकर की दूरदर्शिता को भी सराहा।
मोदी ने कहा, “उनके पास भारत के समुद्री संसाधन, बिजली क्षेत्र और अन्य चीजों की महत्ता को जानने की दूरदर्शिता थी। वह हमेशा लोगों को शिक्षित करना चाहते थे।” उन्होंने कहा, “अंबेडकर ने लोगों को ज्ञान अर्जित करने की प्रेरणा दी, जिससे उन्हें उनकी आंतरिक शक्ति का एहसास हुआ।” मोदी ने कहा, “जब महिलाओं की समानता का मामला सामने आया तो बाबा साहब इसे लेकर स्पष्ट थे कि यदि महिलाओं को समान अधिकार नहीं मिलता है तो वह मंत्रालय का हिस्सा नहीं होंगे।”