भारत में जिस्मफरोशी का धंधा ज़ोर-शोर से चल रहा है। कई कानूनी कार्यवाही की गयी लेकिन बावजूद इसके कोई सुधर देखने को नहीं मिल रहा है। सबसे हैरानी की बात तो यह है कि इस धंधे में सबसे ज़्यादा अगर कोई है तो वो है नाबालिग लड़कियां। इस जिस्म फरोशी के धंधे में अक्सर लड़कियाँ को ज़बरदस्ती धकेला जाता है या फिर उनका अपहरण करके उनको इस दाल-दलदल में दाल दिया जाता है।लेकिन क्या अपने कभी ऐसा सुना है कि इस दाल-दलदल में कोई लड़की खुद से उतरना चाहती हो और वो भी उसके परिवार कि मंज़ूरी से ? शायद नहीं सुना होगा लेकिन भारत में एक जगह ऐसी भी है जहां ऐसा होता है। मध्यप्रदेश के मंदसौर से नीमच की ओर जाने वाले हाइवे पर लड़कियां सरेआम जिस्म बेचने का धंधा करती है।यह लड़कियां बांछड़ा समुदाय की है और कम उम्र में ही इन लड़कियों को मजबूरन घरवालों की वजह से जिस्म बेचने वाले धंधे में उतार दिया जाता है। लड़कियों को इस काम के लिए भेजा जाना समुदाय की परंपरा माना जाता है लेकिन आज यह पूरी तरह सामाजिक बुराई बनकर सामने आया है।जिस्म बेचने के इस गोरखधंधे में कई लड़कियां इस दलदल कीचड़ में फंसी हुई है जो कई बार जबरदस्ती भी जिस्म बेचने का काम करती है।
एक ऐसी परंपरा जहां घरवालों की सहमति से लड़कियां करती हैं जिस्म फरोशी का धंधा
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