नई दिल्ली। भारतीय ट्रेन जहां अपनी लेट लतीफी के लिए कुख्यात है वहीँ वन्दे भारत एक्सप्रेस ने एक ऐसा कीर्तिमान बनाया है जिस पर लोग खुश तो हैं लेकिन यकीन कोई नहीं कर रहा है। दरअसल, ये ट्रेन अप्रैल महीने में एक मिनट भी लेट नहीं हुई है। आपको बता दें कि वंदे भारत एक्सप्रेस जिसे Train-18 के नाम से भी जाना जाता है भारत की सबसे तेज चलने वाली ट्रेन है। ये दिल्ली से वाराणसी के बीच चलती है। इस दूरी को तय करने में ट्रेन को 8 घंटे का समय लगता है।
यह ट्रेन वातानुकूलित और चेयर कार वाली है, जिसमें 16 कोच हैं और 1128 यात्रियों की इसकी क्षमता है। इनमें से दो एक्जीक्यूटिव क्लास जबकि 14 चेयर कार वाले कोच हैं। ट्रेन का पहला और अंतिम कोच दिव्यांगों के लिए है। संचालन से पहले ट्रेन के दरवाजे स्वत: बंद हो जाते हैं। पहले कोच से लेकर अंतिम कोच तक जाने के लिए ट्रेन के अंदर दरवाजे लगाए गए हैं।
ट्रेन के रुकने के समय कोच के अंदर से सीढ़ियां बाहर निकलती है। वंदे भारत में अधिक सीटों का इंतजाम समस्त इलेक्ट्रिक उपकरणों को कोच के नीचे स्थानांतरित किए जाने से संभव हुआ है। स्वचालित होने के कारण यह बिलकुल मेट्रो जैसी दिखती है और इसके दरवाजे भी मेट्रो की तरह ऑटोमेटिक हैं। चढ़ने-उतरने के लिए दरवाजों के साथ ऑटोमेटिक पायदान भी दिए गए हैं।
ट्रेन की अन्य सुविधाओं में जीपीएस आधारित ऑडियो विजुअल पैसेंजर इंफारमेशन सिस्टम, ऑनबोर्ड हॉटस्पॉट वाई-फाई, बायोवैक्यूम टायलेट, डूअल मोड लाइटिंग तथा सभी सीटों में मोबाइल चार्जिंग सॉकेट शामिल हैं। एक्जीक्यूटिव क्लास की सीटें पुशबैक होने के साथ चारों ओर घूम भी सकती हैं। चेयरकार की सीटों में भी हल्के पुशबैक की व्यवस्था है। शताब्दी की भांति प्रत्येक कोच में खाना गर्म रखने के लिए छोटी पेंट्री दी गई है। बाहरी शोर से बचाने के लिए ट्रेन को काफी हद तक साउंड प्रूफ बनाया गया है।