लखनऊ। आगरा के आईजी ए सतीश गणेश थानों का हाल जानने के लिए कर्नल बनकर सादे कपड़ों में निकल पड़े। इस दौरान सुरक्षा के लिए उनके साथ पुलिस का कोई जवान नहीं था। मथुरा के थाना हाईवे पहुंचने पर उन्होंने थानेदार रामपाल सिंह भाटी को अपना परिचय देते हुए बताया कि वो सेना में कर्नल हैं और कार से उनका लैपटॉप और कुछ जरुरी कागजात चोरी हो गए हैं। इसका मुकदमा लिखाना है। थाना प्रभारी ने तत्काल मुकदमा दर्ज करा दिया।
थानेदार रामपाल सिंह भाटी ने पूरे सम्मान के साथ उन्हें एफआईआर की कॉपी दी और उन्हें पानी पिलाया गया, चाय के लिए पूछा गया। आईजी के टेस्ट में जब थानेदार पास हो गए, फिर उन्होंने अपना सही परिचय दिया। उन्होंने बताया कि वे कर्नल नहीं हैं। थानेदार समेत सभी पुलिसवालों ने उन्हें सल्यूट किया।
सतीश गणेश 1996 बैच के आईपीएस अफसर हैं। दो हफ़्ते पहले ही उन्हें आगरा का आईजी बनाया गया। इससे पहले वे लखनऊ में पीएसी में तैनात थे। कर्नल बन कर उन्होंने थानेदार का टेस्ट लिया। टेस्ट में रामपाल सिंह भाटी पास हुए। आईजी ने उन्हें 5 हज़ार रूपये का ईनाम भी दिया।