नई दिल्ली। कश्मीर से धारा 370 और 35 ए हट जाने को पाकिस्तान हजम नहीं कर पा रहा है और इसकी शिकायत लेकर वह जगह जगह फोन घुमा रहा है लेकिन हर जगह से उसके हाथ निराशा ही लग रही है लेकिन अब पाकिस्तान ने कश्मीर मुद्दे पर अपना पुराना दांव खेलते हुए अमेरिका को ब्लैकमेल करना शुरु कर दिया है। दरअसल, कश्मीर मुद्दे पर हर तरफ से मिल रही निराशा के बाद अब पाकिस्तान ने नया दांव खेलने की कोशिश की है। पाकिस्तान ने कश्मीर मुद्दे को अफगानिस्तान से जोड़ते हुए चेतावनी दी है कि वह पश्चिमी सीमा जो कि अफगानिस्तान से लगी पाक की सीमा है उससे सेना को हटाकर पूर्वी मोर्चे पर तैनात कर सकता है।
आपको बताते चले कि अमेरिका में पाकिस्तानी राजदूत असद मजीद खान ने पाकिस्तान का अफगानिस्तान के बदले कश्मी’ वाला पुराना दांव खेला है। एक संपादकीय बैठक में मजीद ने खुद यह बात भी कही कि कश्मीर और अफगानिस्तान दो अलग-अलग मुद्दे हैं और वह दोनों को जोड़ने की कोशिश नहीं कर रहे हैं बिल्कुल भी नहीं कर रहे है। आगे मजीद कहते है कि पश्चिमी सीमा पर हमारी सेना की तैनाती है लेकिन अगर भारत के साथ लगी सीमा पर हालात बिगड़ते हैं तो हमें तैनाती दूसरे ढंग से करनी पड़ेगी। फिलहाल, इस्लामाबाद में हम केवल यही सोच रहे हैं कि हमारी पूर्वी सीमा पर क्या हो रहा है।
वैसे इस पूरे मामले में एक बात गौर करने वाली यह है कि जब भी कभी कश्मीर का जिक्र होता है, पाकिस्तान हर बार अफगानिस्तान वाला दांव खेलने की कोशिश करता है। इसके पिछे का कारण यह है कि दशकों तक युद्ध की आग में जले अफगानिस्तान से अमेरिका अब हर हाल में अपनी सेना को वापस बुला लेना चाहता है और इसीलिए वह तालिबान के साथ शांति वार्ता के प्रयासों में लगा हुआ है। परेशान करने वाली बात यह है कि तालिबान पर पाकिस्तान का प्रभाव बहुत ज्यादा है ऐसी स्थिति में शांति वार्ता में पाकिस्तान की भूमिका अहम हो जाती है । यह दांव मुशर्रफ के वक्त से ही खेला जा रहा है कि अगर अमेरिका भारत के खिलाफ जाकर कश्मीर मसले पर पाक का साथ नहीं देगा तो पाक भी आतंक के खिलाफ लड़ाई में उसकी किसी तरह से भी कोई मदद नहीं करेगा।