नई दिल्ली।प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने गुरुवार को स्वतंत्रता दिवस के मौके पर लाल किला के प्राचीर से एक बड़ी घोषणा करते हुए कहा कि चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ (सीडीएस) के पद का सृजन किया जाएगा। यानी कि अब सीडीएस ही तीनों सेनाओं का सेनापति होगा। फिलहाल देश में तीनों सेनाओं के अलग-अलग चीफ हैं। भारतीय सेना के सेनाध्यक्ष जनरल विपिन रावत हैं, एयर फोर्स के चीफ बीएस धनोआ हैं और भारतीय नेवी की कमान एडमिरल करमबीर सिंह के हाथ में है। राष्ट्रपति तीनों सेनाओं के अध्यक्ष होते हैं और रक्षा मंत्री तीनों सेनाओं का कामकाज देखते हैं।
स्वतंत्रता दिवस के मौके पर देश को संबोधित करते हुए प्रधानमंत्री मोदी ने कहा, “मैं लाल किले की प्राचीर से एक महत्वपूर्ण घोषणा करना चाहता हूं। भारत में एक चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ (सीडीएस) की नियुक्ति की जाएगी। यह बलों को और भी ज्यादा प्रभावी बनाने का काम करेगा। नई सीडीएस पोस्ट सशस्त्र बलों के तीनों अंगों की देखरेख करेगी।” चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ के पद का निर्माण करना कारगिल समीक्षा समिति की एक प्रमुख सिफारिश रही है। इसमें चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ के तहत तीनों सेनाओं आर्मी, एयर फोर्स और नेवी के एकीकरण करने की बात कही गई। हालांकि, इस पर अब तक कोई ठोस कदम नहीं उठाया गया था।
सरकार ने सशस्त्र बलों की युद्धक क्षमता को बढ़ाने और रक्षा व्यय को फिर से संतुलित करने के उपायों की सिफारिश करने के लिए सेवानिवृत्त लेफ्टिनेंट जनरल डी बी शेकटकर की अध्यक्षता में 11 सदस्यीय समिति का गठन किया था। समिति ने रक्षा मंत्री के मुख्य सैन्य सलाहकार के रूप में एक फोर-स्टार चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ को नियुक्त करने का सुझाव सरकार को दिया। कारगिल युद्ध के दौरान सेना प्रमुख रहे सेवानिवृत्त जनरल वेद प्रकाश मलिक ने प्रधानमंत्री मोदी द्वारा घोषणा किए जाने के तुरंत बाद इस निर्णय का स्वागत किया।