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अभिनंदन को गिरफतार करने वाले पाक कमांडो को सेना ने किया ढेर

नई दिल्ली- इस साल की शुरुआत एक दुखद घटना के साथ हुई थी, साल का दूसरा महीना फरवरी तारीख थी 14 यानी की वैलेन्टाइन डे का मुबारक दिन , मोहब्बत के तोहफों से बाज़ार सजे हुए थे। यंगस्टर्स के मन इस दिन को लेकर एक खास किस्म का उत्साह हर साल की तरह ही देखा जा रहा था कोई प्यार का इज़हार करने को तौयार था तो कोई इस मौके पर अपने जीवनसाथी के साथ एक प्यार भरा दिन गुज़ारने को। हर कोई इस बात से बेखबर था कि जम्मू-कश्मीर के पुलवामा की ओर से आने वाली कुछ हवाएं अपने साथ एक ऐसी खबर लाने वाली है जो रंग में भंग कर सभी की ऑखों को नम कर देगी, जश्न के माहौल को पूरी तरह से शोक में तबदील कर देगी। पड़ोसी देश पाकिस्तान ने एक बार फिर अपनी कायरता का परिचय दिया था, उसकी करतूत ऐसी थी कि हिन्दुस्तान के दिलों में अब मोहब्बत की जगह गुस्से की उबलती आग ने ले ली थी। भारतीय सीआरपीएफ के जवानों के काफिले को पाकिस्तान ने अपना निशाना बनाया था और 350 किलो आरडीएक्स से हमला करवाकर हमारे 45 जवानों की जान ली थी। 45 जवान शहीद हो चुके थे और देश में यह ख़बर आग की तरह फैल चुकी थी। 45 परिवारों ने अपने बच्चा गवा दिया था तो इस देश ने अपने 45 रखवाले। लाज़मी था कि इस नुकसान की भरपाई तो अब बदले से ही होनी थी।

देश के बच्चे-बच्चे से लेकर सेना के जवान अब सरकार से गुहार लगा रहे थे कि अब तो बस सरकार आदेश करे। केंद्र में बैठी मोदी सरकार भी अब पिछे हटने वाली नहीं थी। बदले का दौर शुरु हुआ, हमारे जवानों को शहीद हुए 13 दिन होने के थे कि 26 फरवरी यानी की तेरहवीं के दिन हवाएं पाकिस्तान से अपने साथ हिन्दुस्तान में खुशी का पैगाम लेकर आई। 26 की रात को ही हिन्दुस्तानी एयर फोर्स के 12 मिराज 2000 ने पाक के बालाकोट में जाकर बमबारी की , शहीद हुए एक-एक जवान का बदला लेने के लिए आतंकी ठिकानों पर 350 किलो आरडीएक्स के जवाब में 1000 किलो बारुद बरसाकर करीबन 200-300 आतंकियों को मौत के घाट उतार दिया। हिन्दुस्तान की इस मुँहतोड़ कार्यवायी ने पाकिस्तान की हुकुमत और आंतक के आकाओं की जड़ो को हिलाकर रख दिया। पाक ने फिर एक कदम उठाते हुए अपने तीन एफ-16 लड़ाकू विमान हिन्दुस्तानी एयरबेस की ओर रवाना किए जिसका जवाब देने के लिए हमारे मिग-21 उनसे हवा में ही टकरा गए और पाकिस्तानियों को भागने पर मजबूर होना ही पड़ा। लोकिन इस बीच हमारा एक मिग-21 जिसे फलाइंग पायलट अभिनंदन वर्धमान उड़ा रहे थे वह दुर्घटना ग्रस्त हो गया और उन्होनें पैराशूट के जरिए इजेक्ट किया और दुश्मन की सरहद में जा गिरे।

दुश्मन की सरहद में वह पाक फौज के हत्थे चड़ गए जहाँ उनका सामना पाक की विषेश सेवा समूह एसएसजी के सूबेदार अहमद खान से हुआ। अहमद खान ने ना सिर्फ उन्हें गिरफ्तार किया बल्कि उन्हें काफी प्रताड़ना भी दी। हालांकी बाद में भारतीय सरकार ने अभिनंदन को पाकिस्तान के चंगुल से निकलवा लिया पर हमारे जाबाज़ को प्रताड़ित करने वाले का हिसाब होना अभी बाकी था। लेकिन भारतीय सेना ने 17 अगस्त को उस पाकिस्तानी सूबेदार अहमद खान को एलओसी के नैकल सेक्टर में मार गिराया और विंग कमांडर अभिनंदन का हिसाब चुक्ता किया। सूत्रों के हवाले से यह मालूम चला कि अहमद खान ने कश्मीर में आतंकवादियों की घुसपैठ करवाने के लिए फॉरवर्ड पोस्ट पर जैश-ए-मोहम्मद के ट्रेन्ड आतंकवादियों को इकट्ठा किया था। 17 अगस्त को घुसपैठ कराने के लिए पाकिस्तान की सेना ने पुंछ के कृष्णाघाटी सेक्टर में मोर्टार से हमला किया, इस हमले का हमारी सेना ने मुंहतोड़ जवाब दिया था। भारतीय सेना ने अपनी कार्रवाई में कोई कसर बाकी नहीं छोड़ी और परिणाम यह हुआ कि उन्होनें पाकिस्तानी कमांडो अहमद खान को ढेर करके ही दम लिया।

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BRIJESH SINGH
the authorBRIJESH SINGH