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चिदंबरम को आरोपी बनाकर जिस बिल्डिंग में लाई सीबीआई, कभी उसके उद्घाटन में थे अतिथि

नई दिल्ली। सीबीआई और ईडी की निगाह से बचते रहे वरिष्ठ कांग्रेस नेता और पूर्व वित्तमंत्री पी चिदंबरम बुधवार को नाटकीय अंदाज में कांग्रेस मुख्यालय में प्रकट हुए और प्रेस कांफ्रेस में खुद को निर्दोष बताया। यहां से वह अपने जोर बाग स्थित आवास पहुंचे। इस बीच लुकआउट नोटिस जारी करने वाली सीबीआई और ईडी की टीम उनके घर जा पहुंची। दरवाजा बंद देख सीबीआई की टीम दीवार फांदकर अंदर गई और उन्हें गिरफ्तार कर लिया। इसके बाद उन्हें सीबीआई मुख्यालय ले जाया गया।

दिलचस्प बात यह है कि सीबीआई की टीम पूर्व गृह मंत्री को गिरफ्तार कर जिस बिल्डिंग (सीबीआई मुख्यालय) में लेकर आई है, कभी इस बिल्डिंग के उद्घाटन के वक्त चिदंबरम यहां मुख्य अतिथियों में शुमार थे। सीबीआई की इस नई बिल्डिंग का उद्घाटन साल 2011 में किया गया था। साल 2011 में तब पी. चिदंबरम देश के गृह मंत्री थे और तत्कालीन प्रधानमंत्री डॉ. मनमोहन सिंह ने सीबीआई की इस इमारत का उद्घाटन किया था। इस उद्घाटन कार्यक्रम में पी. चिदंबरम के अलावा कपिल सिब्बल, वीरप्पा मोईली, मल्लिकार्जुन खड़गे समेत अन्य नेता भी यहां उपस्थित थे।

इससे पहले अकबर रोड स्थित कांग्रेस मुख्यालय में प्रेस कांफ्रेस में चिदंबरम ने आईएनएक्स मीडिया मामले में खुद को निर्दोष बताया। इससे पहले कांग्रेस मुख्यालय में संवाददाता सम्मेलन खत्म करने के बाद पूर्व वित्तमंत्री पी चिदंबरम जैसे ही जोर बाग स्थित अपने घर पहुंचे, थोड़ी ही देर बाद सीबीआई की टीम भी वहां पहुंच गई। घर का दरवाजा बंद था, जिसके बाद सीबीआई अधिकारी दीवार फांद कर चिदंबरम के घर में प्रवेश किए। प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) की एक टीम भी वरिष्ठ कांग्रेस नेता को गिरफ्तार करने उनके घर पहुंची। कांग्रेस मुख्यालय में प्रेस कांफ्रेस में उन्होंने कहा कि वह ‘कानून से बच नहीं रहे हैं, बल्कि कानूनी संरक्षण की तैयारी कर रहे हैं’ और उम्मीद जताई कि जांच एजेंसियां ‘कानून का सम्मान करेंगी।’

चिदंबरम ने संवाददाताओं से कहा, ‘मैं इस बात से भौंचक्क हूं कि मुझ पर कानून से भागने का आरोप लगाया जा रहा है। जबकि इसके विपरीत मैं कानूनी संरक्षण पाने की तैयारी कर रहा हूं। मुझ पर आरोप है कि मैं न्याय से भाग रहा हूं, जबकि इसके विपरीत मैं न्याय की खोज में लगा हुआ हूं।’ उन्होंने कहा कि वह शुक्रवार तक इंतजार करेंगे, जब सुप्रीम कोर्ट ने उनकी अग्रिम जमानत याचिका पर सुनवाई का फैसला किया है।

उन्होंने कहा, ‘आईएनएक्स मीडिया मामले में मैं किसी जुर्म का आरोपी नहीं हूं, न ही मेरे परिवार का कोई आरोपी है। वास्तव में न तो सीबीआई की तरफ से और न ही ईडी की तरफ से अदालत के समक्ष कोई चार्जशीट दाखिल की गई है। और सीबीआई द्वारा दर्ज बयान में भी मुझ पर कोई आरोप नहीं लगाए गए हैं। फिर भी यह व्यापक धारणा फैल गई है कि गंभीर अपराध किया गया है और मेरे बेटे और मैंने ये जुर्म किए हैं।’

चिदंबरम ने कहा, ‘सच्चाई से अलग कुछ हो नहीं सकता। ये मनोविकार से पीड़ित झूठों द्वारा फैलाए गए झूठ हैं। जब मुझे सीबीआई से समन मिला और ईडी ने पूछताछ के लिए बुलाया तो मैंने स्वाभाविक रूप से सक्षम अदालत से गिरफ्तारी के खिलाफ सुरक्षा की मांग की। मुझे अंतरिम संरक्षण दिया गया था। मैंने पिछले 13-15 महीनों से अंतरिम संरक्षण लिया। अब आखिरकार इस मामले पर सुनवाई हो रही है।’

चिदंबरम ने कहा, ‘मैं छिप नहीं रहा था, बल्कि अपने वकीलों के साथ पूरी रात और आज कागजात तैयार करने में जुटा रहा। हमने आज सुबह यह काम पूरा किया।’ उन्होंने कहा, ‘मेरे वकीलों ने मुझे बताया कि उनकी जोरदार दलीलों के बावजूद आज मामले को सूचीबद्ध नहीं किया गया, न ही इस मामले को कल सूचीबद्ध किया गया है। मैं सुप्रीम कोर्ट के आदेशों को नमन करता हूं।’ उन्होंने कहा, ‘अब से शुक्रवार तक मैं सिर उठाकर चलूंगा। मैं कानून का पालन करूंगा, यहां तक कि जांच एजेंसियां नहीं करती हैं तो भी करूंगा।’

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BRIJESH SINGH
the authorBRIJESH SINGH