लखनऊ। बुधवार को योगी आदित्यनाथ मंत्रिमंडल के पहला विस्तार हुआ जिसमें 23 मंत्रियों ने शपथ ली। इसमें योगी सरकार के पांच मंत्रियों का कद बढ़ा है। डॉ महेंद्र सिंह, भूपेंद्र सिंह चौधरी, अनिल राजभर, सुरेश राणा और नीलकंठ तिवारी को प्रमोशन मिला है। इन सभी को कैबिनेट मंत्री की शपथ दिलाई गई। कैबिनेट विस्तार में 11 नए राज्यमंत्री बने हैं। राज्यमंत्री बनने वालों में अनिल शर्मा, महेश गुप्ता, आनंद स्वरूप शुक्ला, विजय कश्यप, डा गिर्राज सिंह धर्मेश, लाखन सिंह राजपूत, नीलिमा कटियार, चौधरी उदयभान सिंह, चंद्रिका प्रसाद उपाध्याय, रमाशंकर सिंह पटेल और अजीत सिंह पाल प्रमुख हैं।
उधर, योगी ने मंत्रिमंडल नें शामिल किए गए नए मंत्रियों से कहा है कि वे ट्रांसफर और पोस्टिंग के मामलों से दूर रहें। बुधवार देर रात नए और पुराने सभी मंत्रियों को संबोधित करते हुए योगी ने कहा, “भ्रष्टाचार पर हमारी नीति जीरो टॉलरेंस की है और यदि कोई इसमें लिप्त पाया गया, तो हम कार्रवाई करने में संकोच नहीं करेंगे।” लोकसभा और राज्यसभा के नए सदस्यों के कार्याभार संभालने के बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की बात को ही दोहराते हुए योगी ने कहा, “आप को इस बात का ध्यान रखना होगा कि आपके परिजन आपके मंत्रालय के कामों में हस्तक्षेप न करें। आपकी जीवनशैली साधारण रहे और लोगों के प्रति आपकी संवेदनशीलता तथा जवाबदेही होनी चाहिए।”
उन्होंने आगे कहा कि मंत्रियों को अपने निजी कर्मचारियों पर नजर रखनी चाहिए क्योंकि उनकी भ्रष्टाचार में लिप्त होने की आशंका बनी रहती हैं। उन्होंने कहा कि मंत्रीगण विभिन्न जिले की यात्राओं के दौरान होटल की बजाए सरकारी गेस्ट हाउस में रुकें। मुख्यमंत्री ने मंत्रियों से कहा कि वे ‘जन सुनवाई’ पोर्टल व मुख्यमंत्री हेल्पलाइन पर पोस्ट की जा रही शिकायतों की समीक्षा करें और इसके साथ ही यह सुनिश्चित करें कि उनके विभागों से संबंधित शिकायतों का निवारण हो।