नई दिल्ली। दुनिया के सामने बहुत बड़ा ख़तरा मंडरा रहा है। ये ख़तरा हवा में फैलने वाला एक खतरनाक वायरस होगा, जो दस्तक देने के 36 घंटे के अंदर पूरी दुनिया में फैल जाएगा। इसकी वजह से पूरी दुनिया में आठ करोड़ लोगों की मौत हो सकती है।
एक सदी पहले स्पेनिश फ्लू महामारी ने दुनिया की आबादी के एक तिहाई हिस्से को संक्रमित कर दिया था और इस बीमारी ने 5 करोड़ लोगों की जान ले ली थी। मीडिया रिपोर्ट के अनुसार, जो फ्लू दस्तक देने वाला है वह स्पेनिश फ्लू से भी कहीं ज्यादा खतरनाक है। यह फ्लू मात्र 36 घंटे में पूरी दुनिया में फैल जाएगी।
डब्ल्यूएचओ के पूर्व चीफ के नेतृत्व वाली ‘द ग्लोबल प्रीपेयर्डनेस मॉनिटरिंग बोर्ड’ की स्वास्थ्य टीम ने अपनी इस रिपोर्ट को सभी देशों के नेताओं को बचाव के लिए आवश्यक कदम उठाने के लिए भेजा है।
बोर्ड ने कहा है कि बहुत तेज गति से फैलने वाला ये फ्लू बेहद खतरनाक है। इसमें 8-10 करोड़ लोगों की जान लेने की क्षमता है। साथ ही इससे कई देशों की अर्थव्यवस्था बिगड़ने और राष्ट्रीय सुरक्षा के अस्थिर होने का भी बड़ा खतरा है।
मालूम हो कि दुनिया में इससे पहले भी पांच खतरनाक फ्लू इबोला, जीका और निपा जैसे खतरनाक वायरस हमला कर चुके हैं। इसके अलावा वेस्ट नील वायरस, एंटीबायोटिक प्रतिरोध, खसरा, तीव्र फ्लेसीड मायलाइटिस, पीला बुखार, डेंगू, प्लेग और ह्यूमन मंकीपॉक्स भी दुनिया के कुछ सबसे खतरनाक वायरस में शामिल हैं।