लखनऊ। उन्नाव में गैंगरेप के बाद जलाई गई पीड़िता का शव शनिवार को गांव में ही दफना दिया गया है। इस दौरान गांव में प्रशासनिक अधिकारी और आसपास के लोगों का सैलाब उमड़ पड़ा। गैंगरेप पीड़िता को खोने का गम हर किसी की के चेहरे पर साफ झलक रहा था। उन्नाव गैंग पीड़िता के परिवार वाले शनिवार शाम को दिल्ली से शव आने के बाद से ही सीएम योगी आदित्यनाथ को बुलाने की मांग कर रहे थे। प्रशासनिक अधिकारियों के कई घंटे तक समझाने के बाद परिवार वाले आखिरकार मान गए और पीड़िता को दफनाया गया।
इस बीच उन्नाव को लेकर एक नई बात सामने निकलकर आई है जो न केवल उन्नाव को बल्कि पूरे यूपी को शर्मसार करने वाली है। इस साल उन्नाव में जनवरी से लेकर नवंबर तक 86 रेप के मामले सामने आए हैं। ऐसे में लोग उन्नाव को रेप कैपिटल भी कहने लगे हैं। खबरों के अनुसार, इसी दौरान जिले में महिलाओं के साथ यौन उत्पीड़न के 185 मामले भी सामने आए हैं। कुलदीप सिंह सेंगर दुष्कर्म मामले और गुरुवार को महिला को आग लगाने के मामले से इतर कुछ अन्य महत्वपूर्ण मामले भी हैं, जिसमें पुरवा में एक महिला के साथ हुए दुष्कर्म में प्राथमिकी इस साल एक नवंबर को लिखी गई।
उन्नाव के असोहा, अजगैन, माखी और बांगरमऊ में दुष्कर्म और छेड़खानी के मामले दर्ज किए गए हैं। इनमें से अधिकतर मामलों में आरोपियों की गिरफ्तारी के बाद उन्हें या तो जमानत पर रिहा कर दिया गया, या फिर वे फरार चल रहे हैं।