वाराणसी। देशभर में महिलाओं के खिलाफ अपराध कम होने का नाम नहीं ले रहे हैं। खासतौर से यूपी में महिलाओं के खिलाफ होने वाले अपराधों की जैसे बाढ़ सी आ गई है। ऐसा ही एक मामला वाराणसी में भी सामने आया है। यहां पर एक नाबालिग गैंगरेप पीड़िता ने अपने माता-पिता के साथ एसएसपी ऑफिस के बाहर जहर खाकर आत्महत्या की कोशिश की। पीड़िता और उसके माता-पिता को अस्पताल में भर्ती करवाया गया है जहां उनकी हालत खतरे से बाहर बताई जा रही है। जानकारी के अनुसार पीड़िता ने करीब एक महीने पहले गैंगरेप और अपहरण का मामला दर्ज करवाया था। मामले में पुलिस ने दो आरोपियों को गिरफ्तार भी किया था।
घटना को लेकर वाराणसी के एसएसपी ने कहा कि एक महीने पहले ही मामला दर्ज कर गाजीपुर जिले के रहने वाले एक आरोपी विशाल मौर्य को गिरफ्तार किया गया। इसके कुछ दिन बाद वाराणसी के रहने वाले मुख्य आरोपी जमीर आलम को भी गिरफ्तार किया गया। हालांकि, मामले का तीसरा आरोपी उत्कर्ष तिवारी अभी भी फरार है।” पुलिस के अनुसार, लड़की के पिता ने उसके लापता होने के एक दिन बाद, 20 अक्टूबर को छावनी पुलिस स्टेशन में विशाल और उत्कर्ष के खिलाफ अपहरण का मामला दर्ज कराया था।
जमीर, विशाल और उत्कर्ष के खिलाफ 15 नवंबर को दुष्कर्म का मामला दर्ज किया गया। जब 17 वर्षीय लड़की वापस घर लौटी और पुलिस को अपना बयान दिया। सर्कल अधिकारी (कैंट) मोहम्मद मुश्ताक ने कहा, “पीड़िता के बयान के बाद उत्कर्ष, विशाल और जमीर के खिलाफ दर्ज प्राथमिकी में धारा 376 (दुष्कर्म) को भी जोड़ा गया।” पीड़िता के अनुसार, कैंट रेलवे में स्टेशन जब वह अक्टूबर के पहले सप्ताह में बलिया जा रही थी तब रेलवे टीटीई होने का दावा करने वाले जमीर से उसकी पहचान हो गई।
लड़की के बताने पर जब जमीर को पता चला कि वह अभिनेत्री बनना चाहती है, तो उसने कहा कि उसके बॉलीवुड के लोगों के साथ अच्छे संबंध है। लड़की ने 19 अक्टूबर को अपना घर छोड़ दिया और वह कैंट रेलवे स्टेशन पहुंची, जहां उसे जमीर मिला। उसके साथ उत्कर्ष और पांच अन्य लड़कियां भी थीं। पीड़िता ने बताया कि सभी मुंबई के लिए रवाना हुए।
पुलिस ने कहा कि लड़की के अनुसार, मुंबई में वह एक होटल गई, जहां पर उसके खाने में कुछ मिला दिया गया और वह बेहोश हो गई। जब उसे होश आया तो उसने खुद को निर्वस्त्र अवस्था में पाया और उसे एहसास हुआ कि उसके साथ रेप किया गया है। पीड़िता ने पुलिस को बताया कि इसके बाद एक महिला ने उसे आकर कहा कि जमीर ने उसे बेच दिया है। पुलिस के अनुसार, लड़की किसी तरह से उनकी कैद से खुद को आजाद कर 15 नवंबर को वापस वाराणसी पहुंची।