मुंबई। महाराष्ट्र में महा विकास अघाड़ी (शिवसेना, कांग्रेस और नेशनलिस्ट कांग्रेस पार्टी) की सरकार बनने के कुछ ही महीनों बाद अब तीनों पार्टी में अनबन की खबरें सामने आ रही हैं। अलग विचारधारा वाली तीनों पार्टियों के नेताओं द्वारा दिए जा रहे अलग-अलग बयानों की वजह से महाराष्ट्र सरकार में एकजुटता पर सवाल खड़े हो रहे हैं। ताजा विवाद वीर सावरकर को लेकर सामने आ रहा है।
सावरकर पर कांग्रेस जहां हमलावर रहती है, वहीं शिवसेना की नजर में सावरकर स्वतंत्रता सेनानी हैं। महाराष्ट्र में गठबंधन सरकार बनने के बाद शिवसेना सांसद संजय राउत ने सावरकर को लेकर एक बार फिर बड़ा बयान दिया है। कांग्रेस पर हमला बोलते हुए संजय राउत ने कहा कि सावरकर जेल गए थे। उन्होंने वहां काफी तकलीफें झेली हैं। उनका विरोध करने वाले अगर तकलीफ को महसूस करना चाहते हैं तो उन्हें अंडमान जेल में 2 दिन बिताना चाहिए।
इससे पहले कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने कहा था कि ‘मेरा नाम राहुल सावरकर’ नहीं है। इस पर संजय राउत ने कहा था कि हिंदुत्व विचारक के प्रति श्रद्धा को लेकर कोई “समझौता” नहीं किया जा सकता। राउत ने कहा कि हम महात्मा गांधी और पंडित नेहरू का सम्मान करते हैं। कृपया वीर सावरकर का अपमान न करें। जो समझदार होता है उसे ज्यादा बताने कि जरूरत नहीं होती।