नई दिल्ली। पूरे देश को दहला देने वाले दिल्ली के निर्भया कांड के दोषियों को एक फरवरी को फांसी दी जानी है। ऐसे में अब निर्भया के चारों दोषियों के पास अब अपनी जिंदगी के दस दिन ही बचे हैं। इस बीच जेल सूत्रों ने बताया कि तिहाड़ जेल-3 में बंद चारों कैदियों की मेडिकल जांच के दौरान विनय ने पेट दर्द की शिकायत की तो वहां मौजूद डॉक्टर सकते में आ गए, क्योंकि इन दिनों खास नजर रखी जा रही है। बहरहाल जांच के बाद उसे दवाई दी गई और पेट दर्द खत्म हो गया।
तिहाड़ जेल प्रशासन के मुताबिक, मेरठ से जल्लाद पवन के आने के बाद फांसी की तैयारी में तेजी आएगी। वहीं, जल्लाद पवन पहले ही कह चुका है कि उसे फांसी का फंदा और फांसी से जुड़ी तैयारी के लिए सिर्फ दो दिन चाहिए, ऐसे में पवन का 30 जनवरी को आना तय माना जा रहा है।पवन जल्लाद तिहाड़ जेल में बने फ्लैट में रुकेगा। तिहाड़ जेल मुख्यालय से चंद कदम दूर स्थित सेमी ओपन जेल के एक फ्लैट से तीन कैदियों को दूसरे कमरे में स्थानांतरित किया गया है। सूत्रों का कहना है कि इस कमरे को जल्लाद पवन के लिए खाली कराया गया है। इस कमरे में उसके ठहरने का इंतजाम किया जाएगा। बताया गया कि पवन के लिए एक र्फोंल्डग बैड, रजाई और गद्दे की व्यवस्था की जा रही है। उसका भोजन कैंटीन में तैयार किया जाएगा।
सूत्रों ने बताया कि तीन नंबर जेल में बंद निर्भया के चारों दोषी मुकेश, अक्षय, पवन और विनय की मंगलवार सुबह करीब 11 बजे जेल के ही अस्पताल में मेडिकल जांच कराई गई। सुबह विनय ने अपने पेट में दर्द होने की शिकायत की थी। डॉक्टरों ने उसकी जांच की और दवाई दी। इस संबंध में जेल के एक वरिष्ठ अधिकारी का कहना है कि शाम को भी चारों की जांच कराई। इनकी सभी रिपोर्ट सामान्य आईं। बताया गया कि मंगलवार रात उनकी सुरक्षा के लिए सेल के आसपास चार-चार सुरक्षाकर्मी तैनात किए गए हैं।