नई दिल्ली। राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली के उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया की मुश्किलें बढ़ती दिख रही हैं। मनीष सिसोदिया पर दिल्ली विधानसभा चुनाव में हलफनामे में गलत सूचना देने का आरोप है।
शुक्रवार को मामले पर सुनवाई करते हुए हाई कोर्ट ने मनीष सिसोदिया को नोटिस जारी कर दिया। सिसोदिया के खिलाफ यह याचिका पटपड़गंज से बीजेपी के उम्मीदवार रहे रविंद्र नेगी ने दाखिल की थी।
बीजेपी उम्मीदवार रविंद्र नेगी ने हाईकोर्ट में दाखिल अपनी याचिका में कहा था कि मनीष सिसोदिया ने अपने नामांकन पत्र में अपने आपराधिक मामलों की जानकारी नहीं दी थी।
सिसोदिया पर अपने खिलाफ दर्ज एफआईआर मामले को छिपाने का आरोप है, जिसमें आरोप है कि उन्होंने संतोष कोली की मौत के बाद इंडियन फ्लैग को जलाया था।
इस मामले में दिल्ली की कोर्ट में उनके खिलाफ चार्जशीट भी दिल्ली पुलिस दाखिल कर चुकी है। साथ ही सिसोदिया पर चुनाव आयोग की गाइडलाइंस का उल्लंघन का आरोप है।
सिसोदिया पर यह भी आरोप है कि उन्होंने 2018 में अपना फ्लैट बेच दिया था, लेकिन अपना पुराना वोटर आई कार्ड का इस्तेमाल कर रहे हैं। अब इस मामले की अगली सुनवाई 29 मई को होगी।
प्रचार मानदंडों का कथित रूप से उल्लंघन करने के लिए मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल और डिप्टी सीएम मनीष सिसोदिया के खिलाफ दिल्ली हाई कोर्ट में दो याचिकाएं दायर की गई हैं। इस याचिका में दोनों के निर्वाचन को चुनौती दी गई है। इसे लेकर सिसोदिया को दिल्ली हाई कोर्ट ने नोटिस जारी किया है।