नई दिल्ली। भारत में कोरोना से पीड़ित लोगों की संख्या दिन ब दिन बढ़ती जा रही है। भारत में अब ये आंकड़ा बढ़कर 371 हो गया है जबकि 9 लोगों की मौत हो चुकी है। हालात ये हैं कि इस वायरस को और फैलने से रोकने के लिए लगभग पूरे देश में लॉकडाउन है।
भारत में कोरोना अब तीसरे स्टेज की ओर बढ़ रहा है। कोरोना के तीसरे स्टेज के लिए न भारत तैयार है और न ही भारतीय। मतलब न तो हम अब भी उतने जागरूक हो पाए हैं और न ही हमारे स्वास्थ्य विभाग का सिस्टम उतना उम्दा है। तीसरे स्टेज में कम्युनिटी स्प्रेड होता है और हालात बेकाबू हो जाते हैं।
पहला चरण : इस चरण में कोरोना वायरस से वहीं लोग संक्रमित हुए जो दूसरे देश से संक्रमित होकर भारत आए. ऐसे लोगों से भारत में स्थानीय स्तर पर संक्रमण फैल चुका है. भारत यह स्टेज पार कर चुका है।
दूसरा चरण : इसमें वो लोग प्रभावित होते हैं, जो किसी ना किसी ऐसे संक्रमित शख़्स के संपर्क में आए जो विदेश यात्रा से लौटे थे
तीसरा चरण : यह ख़तरनाक स्तर है. इसमें कोरोना वायरस का ‘कम्युनिटी ट्रांसमिशन’ होता है। भारत सरकार इस चरण को लेकर न केवल चिंतित है, बल्कि संजीदा व सचेत भी है. जब कोई व्यक्ति किसी ज्ञात संक्रमित व्यक्ति के संपर्क में आए बिना या वायरस से संक्रमित देश की यात्रा किए बिना ही इसका शिकार हो जाता है, तब माना जाएगा कि कोरोना वायरस का कम्युनिटी ट्रांसमिशन हो चुका है।
तीसरे स्टेज में आपको पता ही नहीं होता कि संक्रमण कहां से हुआ। यानी आपको स्रोत ही नहीं पता। जब स्रोत पता नहीं होता तो हम स्रोत को पकड़ नहीं सकते। उसको अलग थलग नहीं कर सकते। वह स्रोत न जाने कहाँ होगा और अनजाने में ही कितने सारे लोगों को इन्फेक्टेड करता जाएगा।
इसके अलावा स्रोत जितने लोगों को इंफेक्टेड करता जाएगा वह सब स्रोत बनते जाएंगे। किसी को नहीं पता कि वह कोरोना का संक्रमण फैला रहे हैं। इन स्थितियों को रोकने के लिए ही सरकार ने लॉक डाउन किया है जनता कर्फ्यू भी इसी दिशा में पहल थी। इसी लिए सबसे दूरी बनाकर रहें। घर में भी बाहर से आने के बाद नहाकर ही परिजनों में मिक्स हों। कपड़े उसी तरह से उतारकर बदल लें जैसे श्मशान से आने के बाद खुद को शुद्ध किये बगैर घर में नहीं घुसते हैं।