भोपाल। पीएम मोदी ने हाल ही में कोरोना वायरस के खतरे को देखते हुए 21 दिन के लॉक डाउन की घोषणा की थी। पीएम मोदी ने कहा था कि कुछ भी हो जाए घर की लक्ष्मण रेखा को लांघना नहीं है लेकिन इंदौर से एक ऐसा मामला सामने आया है जिसको सुनकर हर कोई हैरान है। यहाँ एक महिला की कोरोना वायरस से मौत हो गई। महिला न तो अपने घर से बाहर निकली थी और न ही उसे सर्दी जुकाम था।
मिली जानकारी के मुताबिक, इंदौर के एमवाय हॉस्पिटल में कोरोना वायरस से संक्रमित जिस महिला की मौत हुई है, उसमें कोरोना वायरस के लिए बताए जा रहे सभी लक्षण उपस्थित नहीं थे। उसे सिर्फ सांस लेने में तकलीफ हो रही थी। उसकी कोई ट्रेवल्स भी नहीं है। वह तो अपने मोहल्ले से बाहर नहीं निकली। बावजूद उसकी मौत हो गई।
मृत महिला की उम्र 65 वर्ष थी। उसे सांस लेने में तकलीफ हो रही थी। उज्जैन के एक अस्पताल में भर्ती कराया गया था। जब आराम नहीं मिला तो उसे उज्जैन से इंदौर रेफर कर दिया गया। एमवाई हॉस्पिटल में महिला 3 दिन से भर्ती थी। उसे सिर्फ सांस लेने में तकलीफ हो रही थी। सुबह जांच रिपोर्ट आई और दोपहर में महिला की मौत हो गई।
विशेषज्ञों का कहना है कि पहला केस उन लोगों में सामने आता है जिनकी ट्रैवल हिस्ट्री हो। जो विदेश से लौट कर आए हो या फिर जो किसी प्रसिद्ध पर्यटक स्थल से लौट कर आए हो। मृत महिला की कोई ट्रैवल हिस्ट्री नहीं थी। वह तो अपने मोहल्ले के बाहर भी नहीं निकली। कोई दूसरा ऐसा भी नहीं है जो विदेश से लौटकर आया हो और महिला के संपर्क में रहा हो।