कोची 12 दिसम्बर | केरल की व्यावसायिक राजधानी में 5,180 करोड़ रुपये की लागत से तैयार कोच्चि मेट्रो परियोजना का पूर्व परीक्षण फरवरी 2016 में हो सकता है। उम्मीद की जा रही है कि इससे यातायात समस्याओं का निराकरण हो सकेगा। कोच्चि मेट्रो के प्रबंध निदेशक एलियास जॉर्ज ने संवाददाताओं से कहा कि वे सभी चीजों को समयनुसार सुनिश्चित करने के लिए ओवरटाइम भी काम कर रहे हैं।
जॉर्ज ने कहा, “इस महीने के अंत में डिब्बे लगेंगे और फरवरी में पूर्व परीक्षण की योजना है।”
यह परियोजना बेहद कम समय में तैयार हुई है और इसलिए अमल में आ जाने के बाद संभव है कि इसे रिकॉर्ड पुस्तकों में जगह मिल जाए। यह ऑलवेई से पेट्टा बीच 25 किलोमीटर की दूरी तय करेगी।
जॉर्ज ने कहा, “कोच्चि मेट्रो परियोजना के लिए ‘एल एंड टी’ को अपने काम में तेजी लाने की जरूरत हैं, लेकिन हम फरवरी में पूर्व परीक्षण के लिए आश्वस्त हैं।”
परियोजना का प्रबंधन दिल्ली मेट्रो रेल कॉरपोरेशन कर रही है और ई. श्रीधरन परियोजना के प्रधान सलाहकार हैं, जो पूरी परियोजना पर नजर बनाए हुए हैं।
केंद्र सरकार ने इस परियोजना के लिए 1,000 करोड़ रुपये दिए हैं, जबकि शेष राशि राज्य सरकार ने फंडिंग एजेंसियों से ऋण लेकर जुटाई है।
इस परियोजना की पहल का श्रेय केरल के मुख्यमंत्री ओमन चांडी को जाता है। उन्होंने 2005 में बतौर मुख्यमंत्री इसकी पहली की थी, लेकिन बाद में यह परियोजना लंबित हो गई। वर्ष 2011 में उनके फिर से मुख्यमंत्री बनने के बाद ही इस पर काम शुरू हो सका।