लखनऊ/गोण्डा। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ का विजन है कि उत्तर प्रदेश में कोई ऐसा जिला, कोई गांव, कोई व्यक्ति विकास की दौड़ में पीछे न छूटने पाए। विकास ऐसा हो, जो न सिर्फ उसके बल्कि उसकी आने वाली पीढ़ियों को लाभान्वित करे। विकास कार्य सस्टेनेबल डेवलपमेंट के लक्ष्यों के अनुरूप हो। मुख्यमंत्री के इस विजन को आत्मसात करते हुए गोंडा जनपद में वर्षों से जंगलों में रहकर जीवनयापन करने वाले वनटांगिया समुदाय के लिए एक अनूठी पहल की गई है। स्वच्छता और सस्टेनेबल डेवलपमेंट के लक्ष्यों के संदेश के साथ इस समुदाय को सामाजिक और आर्थिक रूप से सशक्त बनाने की पहल की गई है। विकास के इस अभियान को आगे बढ़ाते हुए जिला प्रशासन ने अब यूनाइटेड नेशंस के सस्टेनेबल डेवलपमेंट लक्ष्यों (SDGs) के अनुरूप गांव के कायाकल्प के प्रयास शुरू किए हैं। इस पहल की शुरुआत पीएम मोदी और सीएम योगी के कोर विजन यानी स्वच्छता के मुद्दे के साथ की गई है। वनटांगिया गांव में बने सभी व्यक्तिगत शौचालयों को स्वच्छ शौचालयों में परिवर्तित किया गया। इसके साथ ही, इन शौचालयों की दीवारों पर सस्टेनेबल डेवलपमेंट लक्ष्यों जिसमें स्वच्छता, स्वास्थ्य, शिक्षा, लैंगिक समानता और पर्यावरण संरक्षण जैसी प्रमुख बातों को चित्रित कर बड़े पैमाने पर गांववासियों को जागरूक किया गया।
स्वच्छता से खुलेंगे स्वास्थ्य और समृद्धि के रास्ते
इस पहल के बारे में जिलाधिकारी नेहा शर्मा ने बताया कि सस्टेनेबल डेवलपमेंट लक्ष्यों के अनुरूप गांववासियों को लाभान्वित करने से पहले उन्हें इसके प्रति जागरूक करना बेहद जरूरी है। उन्होंने कहा, “स्वच्छता इसका एक बड़ा घटक है। इससे स्वास्थ्य और समृद्धि के रास्ते खुलते हैं।” इस संदेश को जन-जन तक पहुंचाने के लिए स्वच्छता को प्राथमिकता दी गई है। शौचालयों की दीवारों पर चित्रित सस्टेनेबल डेवलपमेंट के लक्ष्यों से लोगों को प्रेरित किया जा रहा है कि वे स्वच्छता, स्वास्थ्य, शिक्षा, और अन्य महत्वपूर्ण पहलुओं के महत्व को समझें और अपने जीवन में इन्हें अपनाएं। इस प्रकार, स्वच्छता के प्रति जागरूकता बढ़ाने के साथ-साथ समाज के हर वर्ग को सतत विकास की मुख्यधारा से जोड़ने का प्रयास किया जा रहा है।
सतत विकास लक्ष्यों के प्रति प्रेरित हो रहे ग्रामवासी
इस पहल का उद्देश्य न केवल स्वच्छता के महत्व को समुदाय तक पहुँचाना है, बल्कि सतत विकास के लक्ष्यों के प्रति जागरूक करना भी है। “स्वच्छ सुंदर शौचालय, बने हमारे प्रतिष्ठालय” के संदेश के साथ यह अभियान शुरू किया गया, ताकि जंगलों में रहने वाले इस समुदाय को स्वच्छता के प्रति संवेदनशील बनाया जा सके। जिला प्रशासन की इस अनूठी पहल से वनटांगिया समुदाय को विकास की मुख्यधारा से जोड़ने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम उठाया गया है। इस पहल ने न केवल स्वच्छता के प्रति समुदाय को जागरूक किया है, बल्कि उन्हें सतत विकास के लक्ष्यों के प्रति भी प्रेरित किया है। प्रशासन की यह पहल निश्चित रूप से इस समुदाय के जीवन में सकारात्मक परिवर्तन लाएगी और भविष्य में समाज के अन्य पिछड़े वर्गों के लिए भी प्रेरणा का स्रोत बनेगी।
योगी सरकार ने की विकास की शुरुआत
वनटांगिया समुदाय गोंडा जनपद के जंगलों में रहकर अपना जीवन यापन करता है। वर्षों से यह समुदाय विकास की मुख्यधारा से कटा रहा है। यहां रहने वाले लोग जंगलों पर निर्भर रहते हैं और उनके पास बुनियादी सुविधाओं का अभाव है। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के मार्गदर्शन में पहली बार इस समुदाय को विकास की मुख्यधारा से जोड़ने का प्रयास किया गया। जिलाधिकारी नेहा शर्मा के प्रयासों से पहली बार रामगढ़ वनटांगिया गांव में बिजली की सुविधा पहुंचाई गई। सड़कों का निर्माण कराया गया, जिससे गांववासियों को आवागमन में सुविधा हुई। नवंबर 2023 में दीपावली के अवसर पर रामगढ़ वनटांगिया गांव में “वनटांगिया महोत्सव” का आयोजन किया गया। इस महोत्सव का उद्देश्य इस समुदाय को सरकार की विभिन्न योजनाओं से लाभान्वित करना था। इस महोत्सव में एक ही छत के नीचे सरकार की सभी योजनाओं को लाकर गांववासियों को उनके लाभ के बारे में जानकारी दी गई और उन्हें इन योजनाओं का लाभ उठाने के लिए प्रेरित किया गया। यह कदम एक मील का पत्थर साबित हुआ, जिसने इस समुदाय के विकास की दिशा में एक नई शुरुआत की।