भोपाल | मध्य प्रदेश में शुक्रवार को मकर संक्रांति का पर्व उत्साह और उमंग के साथ मनाया जा रहा है। इस अवसर पर विभिन्न नदियों में डुबकी लगाने के लिए श्रद्घालुओं की भीड़ उमड़ी है और देवालयों में भी विशेष पूजा-अर्चना जारी है। सूर्य के मकर राशि में गुरुवार और शुक्रवार की मध्य रात्रि को प्रवेश के बाद राज्य में गुरुवार से ही मकर संक्रांति मनाना शुरू हो गया था। धर्म के जानकारों के अनुसार, यह पर्व सूर्य के मकर राशि में प्रवेश पर मनाया जाता है, लिहाजा यह पर्व इस बार दो दिन है। इस पर्व का महत्व सूर्योदय पर ही है, यही कारण है कि शुक्रवार को नदियों में मंगल स्नान किया जा रहा है और मंदिरों में पूजा अर्चना की जा रही है।
होशंगाबाद, जबलपुर और अमरकंटक में नर्मदा नदी पर सुबह से ही श्रद्घालुओं का मेला लगा हुआ है और शरीर में तिल लगाकर वे नदी में डुबकी लगा रहे हैं। इतना ही नहीं नदियों के तट पर स्थित मंदिरों में पूजा-अर्चना और दान-पुण्य का जारी हैं। इसी तरह उज्जैन में क्षिप्रा नदी में स्नान कर श्रद्घालुओं ने बाबा महाकाल के दरबार में पहुंचकर पूजा-अर्चना की तो ओरछा में बेतवा नदी में पुण्य स्नान के बाद रामराजा के मंदिर में अराधना करने वालों की भारी भीड़ रही। एक तरफ जहां स्नान और पूजा-अर्चना का दौर जारी है, वहीं गरीबों और जरूरतमंदों को दान भी किया जा रहा है। कोई गुड़-तिल के लड्डू तो कोई खिचड़ी दान में दे रहा है। इसके अलावा कई स्थानों पर लोग पतंगबाजी भी कर रहे हैं।