नासिक/होशंगाबाद। आरबीआई ने गलती से गलत छाप दिए 30 हजार करोड़ रुपए। यह गड़बड़ी हज़ार रुपय के नोटों में पाई गई। 30 करोड़ में से 20 करोड़ तो बैंक के पास हैं, लेकिन बाकी बचे 10 करोड़ बाजार में टहल रहे हैं। यह खबर नासिक/होशंगाबाद आरबीआई ब्रांच के कुछ इम्प्लोइज को सस्पेंड करने के बाद सामने आई।
नोट छापने का कागज एमपी के होशंगाबाद की सिक्युरिटी पेपर मिल में पिछले साल आई जर्मन ऑटोमैटिक मशीन पीएम-5 के जरिये तैयार किया जाता है। इस मशीन के ज़रिये कई इम्प्लॉइज का काम सिर्फ कुछ लोगों के जरिए हो जाता है। गड़बड़ी की शुरवात होशंगाबाद में हुई थी और इसका पता चलते ही पीएम-5 मशीन को करीब एक हफ्ते के लिए बंद कर दिया गया। साथ ही साथ दो मैनजरों को सस्पेंड कर दिया गया। लापरवाही के मामले में नासिक करेंसी नोट प्रेस के तीन इम्प्लॉइज को भी सोमवार को सस्पेंड किया गया। हलाकि चार अन्य को नोटिस जारी किया गया।
आरबीआई के मुताबिक 1 हजार के कुछ नोट सिल्वर सिक्युरिटी थ्रेड के बगैर ही छप गए। अब इन नोटों को वापस जमा कराया जा रहा है। रिजर्व बैंक अब तक करीब 5 – 6 करोड़ नोट ही जमा कर सके हैं। पर तब तक काफी नोट्स सर्कुलेट हो चुके थे। हलाकि आरबीआई और फाइनेंस मिनिस्ट्री ने इन नोटों को जलाने का फैसला किया है।