लंदन | एक नए अध्ययन में यह बात सामने आई है की उच्च कोलेस्ट्रॉल युक्त भोजन या अंडों के सेवन से हृदयाघात नहीं होता है। वैज्ञानिकों ने इस तथ्य को खारिज किया है कि उच्च कोलेस्ट्रॉल या प्रतिदिन एक अंडा खाने से कोरोनरी हृदय रोग के साथ सामान्य कैरोटिड धमनी की दीवार के अधिक मोटा होने का खतरा बढ़ता है। उच्च कोलेस्ट्रॉल युक्त भोजन या नियमित तौर पर एक अंडा खाने से हृदय रोग का खतरा नहीं होता है। ऐसे व्यक्तियों में भी जिनके परिवार में पीढ़ी-दर पीढ़ी हृदय रोग की समस्या रही हो, उनमें भी कोलेस्ट्रॉल और अंडे के सेवन से हृदय रोग का खतरा नहीं होता है।
वैज्ञानिकों का कहना है कि यह खतरा उन व्यक्तियों को भी नहीं होता है, जिनमें अनुवांशिक तौर पर कॉलेस्ट्रॉल युक्त भोजन से हृदय रोग होने की संभावना होती है। इसके साथ ही कोलेस्ट्रॉल उपापचय को प्रभावित करने वाले एपीओई 4 फीनोटाइप प्रोटीन की मौजूदगी वाले व्यक्तियों में भी इसका कोई संयोजन नहीं मिला है। हृदय रोग के जोखिमों का पता लगाने के लिए साल 1984-1989 के बीच क्योपियो इसेमिक हार्ट डिसीज (केआईएचडी) शोध किया गया था। इस शोध में वैज्ञानिकों ने 42-60 वर्ष की आयु के 1,032 पुरुषों की आहार आदतों का अध्ययन किया था।
वैज्ञानिकों ने इस शोध का 21 सालों तक अनुसरण किया गया। शोध में शामिल प्रतिभागियों में 230 पुरुषों को एक बार हृदयाघात हुआ था और 32.5 प्रतिशत प्रतिभागियों को एपीओई 4 प्रोटीन की मौजूदगी मिली। शोध में शामिल उच्चतम नियंत्रण समूह वाले प्रतिभागियों के दैनिक आहार में 520 मिलीग्राम कोलेस्ट्रॉल और एक अंडा शामिल था। वैज्ञानिकों का निष्कर्ष है कि उच्च कोलेस्ट्रॉल या प्रतिदिन एक अंडे के सेवन का हृदयाघात के साथ कोई संयोजन नहीं है। यह शोध पत्रिका ‘अमेरिकन जर्नल ऑफ क्लीनिकल न्यूट्रीशन’ में प्रकाशित हुआ है।