संयुक्त राष्ट्र | विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यूएचओ) की ओर से कहा गया है कि 34 देशों में जीका वायरस के मामले सामने आए हैं। इनमें से अधिकांश पीड़ित अमेरिकी और कैरिबियाई हैं। न्यूयॉर्क में डब्ल्यूएचओ के कार्यालय की कार्यकारी निदेशक नतेला मेनाब्दे ने मंगलवार को संयुक्त राष्ट्र आर्थिक एवं सामाजिक परिषद (ईसीओएसओसी) के मौके पर संयुक्त राष्ट्र के सदस्य देशों को बताया कि ब्राजील में माइक्रोसेफेली के 4,700 से ज्यादा मामले दर्ज किए गए हैं और इस वक्त इनमें से एक-चौथाई का ही अध्ययन किया गया है।
मीडिया के अनुसार, जीका वायरस के बेकाबू होने से पहले तक हर साल माइक्रोसेफेली के औसतन 163 मामले सामने आ रहे थे। नतेला ने कहा, “इसका बढ़ता आंकड़ा हमारे लिए यकीनन चिंता का विषय है।” उन्होंने कहा कि जीका वायरस के बढ़ते मामलों को देखते हुए डब्ल्यूएचओ ने एक वैश्विक रणनीति शुरू की है। इस रणनीति को ‘स्ट्रैटजिक रिस्पांस फ्रेमवर्क एंड जॉइंट ऑपरेशन्स प्लान’ के नाम से भी जाना जाता है, जिसका लक्ष्य जीका वायरस की निगरानी बढ़ाने में देशों की मदद करने के लिए भागीदारों, विशेषज्ञों और संसाधनों को जुटाना एवं उनके साथ समन्वय करना है। उन्होंने कहा कि इस रणनीति या योजना को लागू करने के लिए 5.6 करोड़ डॉलर की जरूरत है। इनमें से 2.5 करोड़ डॉलर डब्ल्यूएचओ, रीजनल ऑफिस ऑफ अमेरिका (एएमआरओ), पैन अमेरिका हेल्थ ऑर्गेनाइजेशन (पीएएचओ) और 3.1 करोड़ डॉलर प्रमुख भागीदारों के काम से इकट्ठा होंगे।