गुड़गांव | जाटों को विशेष पिछड़ा वर्ग (एसबीसी) का दर्जा देने के लिए हरियाणा सरकार मान गयी है। कृषि मंत्री और जाट नेता ओ.पी. धनखड़ ने संवाददाताओं से बातचीत के दौरान कहा कि सरकार ने हरियाणा में जाटों द्वारा रखी गई सभी मांगें मान ली हैं। इस संबंध में आगामी बजट सत्र में विधानसभा में एक विधेयक पेश किया जाएगा। धनखड़ ने यह बात चंडीगढ़ में एक सर्वदलीय बैठक में हिस्सा लेने के बाद कही। उन्होंने कहा, “हमने आरक्षण चाह रहे जाट समुदाय को पिछड़ा वर्ग श्रेणी में शामिल किए जाने की मांग को स्वीकार कर लिया है।”
जाट समुदाय को विशेष पिछड़ा वर्ग का दर्जा मिलेगा और फौरी राहत के तौर पर आर्थिक स्थिति के आधार पर 10-20 फीसदी आरक्षण दिया जाएगा। धनखड़ ने कहा कि जाटों की मांग के संबंध में बयान जारी कर रहे भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के सांसद राजुकमार सैनी को निर्देश दिया गया है कि वह कुछ भी ऐसा न कहें, जिससे जाट समुदाय की भावनाओं को ठेस पहुंचे। वहीं, कैबिनेट मंत्री रामबिलास शर्मा ने भी हरियाणा के पूर्व मुख्यमंत्री भूपिंदर सिंह हुड्डा पर लगाया आरोप वापस ले लिया है। उन्होंने आरोप लगाया था कि हुड्डा जाटों को भड़का रहे हैं।