नई दिल्ली। विदेश मंत्री सुषमा स्वराज ने बांग्लादेश के अपने समकक्ष अब्दुल हसन महमूद अली से एक मुलाकात के दौरान बांग्लादेश में अल्पसंख्यकों के खिलाफ होने वाले अपराधों से संबंधित मामलों में त्वरित कार्रवाई की मांग की। विदेश मंत्रालय की ओर से बुधवार देर शाम एक बयान में कहा गया, विदेश मंत्री ने बांग्लादेश में अल्पसंख्यक वर्ग के साथ हुई हालिया घटनाओं का उल्लेख कर बांग्लादेश के अधिकारियों से दोषियों के खिलाफ त्वरित कार्रवाई की मांग की।
बयान में कहा गया, बांग्लादेश के विदेश मंत्री अली ने आश्वासन दिया है कि बांग्लादेश की सरकार देश में चरमपंथी ताकतों की गतिविधियों को नियंत्रित करने की जरूरत से वाकिफ है। उन्होंने बांग्लादेश के धर्मनिरपेक्ष, प्रगतिशील और उदार चरित्र की हिफाजत के प्रति अपनी सरकार की प्रतिबद्धता भी जताई। पिछले माह बांग्लादेश में एक हिंदू मंदिर के मुख्य पुजारी की हत्या के बाद वहां की सरकार ने आतंकवादी तत्वों के खिलाफ कठोर नीति अपनाई है। ऐसे में बुधवार को दोनों नेताओं के बीच हुई यह मुलाकात अहम मानी जा रही है। मुख्य पुजारी की हत्या की जिम्मेदारी आतंकवादी संगठन इस्लामिक स्टेट (आईएस) ने ली।
विदेश मंत्रालय की ओर से बयान में यह भी कहा गया कि दोनों नेताओं ने भारत-बांग्लादेश के बीच संबंधों की उत्कृष्ट स्थिति को सराहा व संबंधों को और मजबूत करने के प्रति दृढ़ता जाहिर की। अली ने यहां मंगलवार को विदेश मंत्रालय और ऑब्जर्वर रिसर्च फाउंडेशन की ओर से भू-राजनीतिक व भू-अर्थशास्त्र पर आयोजित वैश्विक सम्मेलन रायसीना डायलॉग को संबोधित किया। सुषमा और अली की इस साल के आखिर में ढाका में होने वाली संयुक्त सलाहकार आयोग की बैठक में एक बार फिर मुलाकात होगी।