कोरोना वायरस के अल्फा, बीटा, गामा, डेल्टा और डेल्टा प्लस वेरिएंट के आने से एक बार फिर तमाम देशों में हलचल मच गयी है। भारत के कई प्रदेश जैसे महाराष्ट्र, केरल और मध्य प्रदेश सहित 12 अन्य राज्यों में डेल्टा प्लस संक्रमण के लगभग 48 मामले सामने आए है। ऐसे में भारत बायोटेक की कोवैक्सिन कोरोना वायरस के अल्फा (B.1.1.7) और डेल्टा (B.1.617) पर काफी असरदार है। अमेरिका के टॉप हेल्थ रिसर्च संस्थान नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ हेल्थ (NIH) की स्टडी में यह सामने आया है।
NIH ने कोवैक्सिन ले चुके लोगों के ब्लड सीरम पर दो स्टडी की थीं। जिनमें पता चला है कि यह वैक्सीन अल्फा और डेल्टा वैरिएंट को खत्म करने वाली एंडीबॉडीज बनाने में सक्षम है। बता दें कि भारत में दूसरी लहर डेल्टा वैरिएंट की वजह से ही ज्यादा खतरनाक हुई थी।
अमेरिकन नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ हेल्थ का कहना है कि हमारे एडजुवेंट से कोवैक्सिन को ज्यादा प्रभावी होने में काफी मदद मिली है। एडजुवेंट एक केमिकल होता है जो इम्यून सिस्टम के रिस्पॉन्स को बढ़ाता है। इसका इस्तेमाल आमतौर पर वैक्सीन के असर को बढ़ाने के लिए होता है। यह इम्यून सिस्टम को एंटीबॉडी बनाने में मदद करता है, जो एंटीजन से लड़ता है। भारत, अमेरिका और यूरोप से इसे इम्पोर्ट करता है।