देहरादून। उत्तराखंड के चमोली में ऋषिगंगा में बाढ़ से तबाही के बाद लगातार रेस्क्यू ऑपरेशन जारी है। रात में जल स्तर बढ़ने की वजह से रेस्क्यू अभियान कुछ देर के लिए प्रभावित हुआ था लेकिन भारतीय सेना के जवानों ने टनल के अंदर बचाव काम जारी रखा। जवानों के अथक प्रयास के बाद एक सुरंग खुल गई है जो मलबे के कारण बंद हो गई थी। अब तक एक सुरंग के मलबे में फंसे 12 लोगों को बाहर निकाला जा चुका है जबकि दूसरी सुरंग को जेसीबी की मदद से साफ किया जा रहा है। वहीं अलग-अलग इलाकों से 15 शव बरामद हो चुके हैं और 121 लोग अभी भी लापता बताए जा रहे हैं।
उत्तराखंड के मुख्यंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने तपोवन, रैणी में प्रभावित इलाकों का दौरा किया। चमोली ग्लेशियर आपदा पर उत्तराखंड के मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने कहा कि संडे होने की वजह से बहुत लोगों की जान बच गई। सेना, NDRF, SDRF की टीमें काम कर रही हैं। 125 से ज्यादा लोग समेत ऋषि गंगा प्रोजेक्ट के 30 लोग लापता हैं। अफवाहों पर ध्यान बिल्कुल न दें।
उधर, उत्तराखंड प्रांत में एक ग्लेशियर फटने की घटना पर फ्रांस ने भी प्रतिक्रिया दी है। फ्रांसीसी राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रों ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के ट्वीट पर रिप्लाई करते हुए लिखा कि उत्तराखंड में ग्लेशियर फटने के बाद फ्रांस पूरी तरह से भारत के साथ एकजुट है, जिसमें 100 से अधिक लोग लापता हो गए हैं। हमारी संवेदना उनके और उनके परिवारवालों के साथ है।