नई दिल्ली। बीते दिनों कश्मीरी लड़की के साथ होटल में चेक-इन करते समय पुलिस ने भारतीय सेना के मेजर नितिन लीतुल गोगोई को पकड़ लिया था। इस मामले पर खूब हो-हल्ला मचा। पहले बताया कि मेजर बहला-फुसलाकर उस लड़की को होटल के कमरे में ले जाना चाहते थे लेकिन अब इस मामले में नया ट्विस्ट आ गया है। लड़की ने न्यायिक मजिस्ट्रेट के सामने अपने बयान में कहा है कि मेजर गोगोई उसे जबरदस्ती वहां लेकर नहीं आए थे। बल्कि वह अपनी मर्ज़ी से उनके साथ वहां आई थी। लड़की ने कहा कि वह और मेजर फेसबुक फ्रेंड हैं और एक-दूसरे को पहले से जानते हैं।
लड़की ने मजिस्ट्रेट को बताया कि वह अपनी मर्जी से उनके साथ गई थी क्योंकि वह मेजर के साथ समय बिताना चाहती थी। लड़की ने कहा कि वह पहले भी एक साथ समय बिता चुके हैं और वह उन्हें पहले से जानती है। बडगाम के चेक-ए-कवूसा गांव की रहने वाली लड़की ने मजिस्ट्रेट को अपना आधार कार्ड दिखाया जिसके अनुसार उसका जन्म 1999 में हुआ है। लड़की ने सिर्फ 10वीं तक की पढ़ाई की है और वह इस समय सेल्फ-हेल्प ग्रुप के साथ काम करती है।
बता दें कि गुरुवार को होटल ग्रैंड ममता के मालिक मंसूर अहमद ने बताया था कि आर्मी के एक मेजर ने ऑनलाइन होटल की बुकिंग कराई थी। वह श्रीनगर एयरपोर्ट से सीधा होटल पहुंचे थे। होटल मालिक ने बताया था कि मेजर ने रजिस्ट्रेशन फॉर्म पर दो लोगों का नाम लिखा था। होटल मैनेजमेंट ने उनसे दो आधार कार्ड देने के लिए कहा। इसके बाद उन्होंने जो दूसरा आधार कार्ड दिया वह एक लोकल कश्मीरी लड़की का था जोकि नाबालिग थी।