लखनऊ। लड़कियों की आत्मरक्षा के लिए पिछले दिनों प्रतापगढ़ के मनगढधाम में जगद्गुरू कृपालु परिषत् द्वारा आयोजित सेल्फ डिफेंस प्रोग्राम को आज प्रदेश की राजधानी लखनऊ में सम्मान मिला।गोमतीनगर स्थित संगीत नाटक अकादमी में परिषत् को बहादुरी के लिए शौर्य अवार्ड 2016 से नवाजा गया।परिषत् की ओर से चंद्रसेन वर्मा ने अवार्ड ग्रहण किया।
शौर्य अवार्ड 2016 से सम्मानित किए जाने पर प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए जेकेपी की अध्यक्षा डा।विशाखा त्रिपाठी ने कहा कि वर्तमान सामाजिक परिवेश में लड़कियों को आत्मरक्षा का अधिकार होना ही चाहिए।उनको अपनी सुरक्षा में सक्षम बनाने के लिए परिषत् ने यह कार्यक्रम आयोजित किया था।जिसमें हमारे विद्यालय की लड़कियों के अलावा क्षेत्र के अन्य विद्यालयों की लड़कियों ने भी भाग लिया।डा।त्रिपाठी ने कहा कि ऐसे अवार्ड कार्यक्रमों से हौसला आफजाई होती है।परिषत् भविष्य में भी लड़कियों के सेल्फ डिफेंस कार्यक्रम का आयोजन करती रहेगी।
जेकेपी के सचिव राम पुरी ने कहा कि परिषत् का उद्देश्य लड़कियों को शिक्षित बनाने के साथ-साथ आत्मरक्षा में सक्षम बनाने का भी है और हमने इसी उद्देश्य को ध्यान में रखकर सेल्फ डिफेंस ट्रेनिंग का यह प्रोग्राम चलाया।हम इसे आगे भी और अच्छे तरीके से चलाते रहेंगे।
शौर्य अवार्ड 2016 को संबोधित करते हुए उत्तर प्रदेश के कैबिनेट मंत्री ओमप्रकाश सिंह ने कहा कि आज का दिन हमारे लिए गौरव व सम्मान का है क्योंकि आज हम उनको सम्मानित कर रहे हैं जो आज इस दुनिया में तो नहीं हैं लेकिन जब तक सूरज चांद रहेगा जब तक हिंदुस्तान जिंदाबाद रहेगा तब तक उनका नाम रहेगा।
मंत्री प्रो।अभिषेक मिश्रा ने कहा कि नींव के पत्थर का कोई नहीं पहचानता हम केवल इमारत को देखते हैं और खुश हो जाते हैं लेकिन यह शहीद हमारे नींव के पत्थर हैं। कार्यक्रम में तमाम शहीदों के परिजनों को भी सम्मानित किया गया। इस अवसर पर भारतीय जनता पार्टी के प्रवक्ता प्रेम शुक्ला, सपा नेत्री जूही सिंह, भाजपा के पूर्व नेता संजय जोशी, स्वामी चक्रपाणि सहित तमाम गणमान्य लोग मौजूद रहे।