नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शनिवार को देश में 5G इंटरनेट सेवाएं लॉन्च कर दी हैं। उन्होंने दिल्ली के प्रगति मैदान में आज 1 अक्टूबर से शुरू हुए इंडिया मोबाइल कांग्रेस (IMC) 2022 आयोजन के पहले दिन इन सेवाओं की शुरुआत की। हालांकि 5G इंटरनेट सेवा को फैलने में एक से डेढ़ साल का समय लगेगा। जानकारों के अनुसार देश के हर हिस्से में 5जी साल 2023 के लास्ट तक पहुंच सकती है। भारत के 10 करोड़ से ज्यादा यूजर्स साल 2023 के अंत तक इस 5जी सेवा का इस्तेमाल करने लगेंगे। 5G में अपग्रेड करने की मंशा शहरी भारतीय स्मार्टफोन उपयोगकर्ताओं के बीच संयुक्त राज्य अमेरिका और यूनाइटेड किंगडम जैसे देशों के मुकाबले दो गुना से भी ज्यादा है, जहां 5G नेटवर्क पहले ही शुरू हो चुका है।
आयोजन में शोकेस किए गए 5G सेवाओं के इस्तेमाल, सॉल्यूशंस और उनसे जुड़ी संभावनाओं के प्रदर्शन में भी प्रधानमंत्री ने हिस्सा लिया और इनके काम करने का तरीका समझा। IMC 2022 आयोजन में 100 से ज्यादा स्टार्ट-अप्स ने भी हिस्सा लिया है, जो 5G से जुड़े सॉफ्टवेयर और हार्डवेयर सॉल्यूशंस पर काम कर रहे हैं। प्रधानमंत्री ने इंटरनेट की 5वीं जेनरेशन के साथ आने वाले बदलावों को समझने के लिए पूरा वक्त लिया और समझा कि अलग-अलग क्षेत्रों पर इसका क्या प्रभाव पड़ेगा।
दूरसंचार विभाग ने बताया है कि 5G सेवाओं का फायदा सबसे पहले 13 शहरों में रहने वाले यूजर्स को मिलेगा। इन शहरों में दिल्ली, मुंबई, चेन्नई, कोलकाता, चंडीगढ़, बेंगलुरु, गुरुग्राम, हैदराबाद, लखनऊ, पुणे, गांधीनगर, अहमदाबाद और जामनगर शामिल हैं। इन शहरों के बाद साल के आखिर तक बाकी बड़ी शहरों और अगले साल अन्य सर्कल्स में भी 5G सेवाओं से जुड़ा नेटवर्क तैयार किया जाएगा और इसका फायदा यूजर्स को मिलेगा। हालांकि, अभी केवल 8 शहरों में इनका फायदा मिल रहा है।
बीते दिनों सामने आया है कि भारत में 5G सेवाएं इस्तेमाल करने वाले यूजर्स को 4G के मुकाबले 20 गुना तक तेज इंटरनेट स्पीड का फायदा मिल सकता है और वे 20Gbps तक स्पीड अनुभव कर सकेंगे। हालिया रिपोर्ट के मुताबिक, भारतीय ग्राहक 5G सेवाओं में अपग्रेड के लिए 45 प्रतिशत तक प्रीमियम देने को तैयार हैं। बता दें, देश में 5G रेडी स्मार्टफोन्स वाले 10 करोड़ से ज्यादा यूजर्स हैं।
संचार से जुड़ी नई टेक्नोलॉजी का इस्तेमाल रोबोटिक्स, इंटरनेट ऑफ थिंग्स (IoT) और मशीन लर्निंग जैसे महत्वपूर्ण क्षेत्रों में किया जा सकेगा। नई टेक्नोलॉजी का फायदा सिर्फ इंटरनेट यूजर्स को ही नहीं मिलेगा बल्कि शिक्षा, स्वास्थ्य, सुरक्षा, मैन्युफैक्चरिंग, उद्योग, आपदा प्रबंधन और कृषि जैसे क्षेत्रों में भी इसे लागू किया जा सकेगा। कई हार्डवेयर सॉल्यूशंस इस टेक्नोलॉजी के रोलआउट के बाद सक्रिय रूप से इस्तेमाल किए जा सकेंगे। रिलायंस जियो, वोडाफोन-आइडिया और भारती एयरटेल ने 5G सेवाओं के लॉन्च के बाद इनसे जुड़ी अपनी क्षमताओं का प्रदर्शन किया।
10 सेकंड में डाउनलोड होगी 2 घंटे की मूवी
एक रिपोर्ट के मुताबिक, 5जी नेटवर्क आने के बाद अभी मौजूदा 4G LTE से कम से कम 10 गुना तेज इंटरनेट स्पीड मिलेगी। रिपोर्ट में यह भी कहा गया है कि ऐसा नहीं है कि इंटरनेट स्पीड सिर्फ 10 गुना तेजी तक ही जाएगी। इसमें 100 गुना स्पीड तक इजाफा भी हो सकता है। 5जी में सिर्फ 10 सेकेंड में ही पूरी 2 घंटे की फिल्म डाउनलोड हो जाएगी।