पटना। बिहार में आदमखोर बाघ का आतंक कम होने का नाम नहीं ले रहा है। ये बाघ अब तक नौ लोगों को अपना शिकार बना चुका है। पश्चिमी चंपारण के बगहा में बाघ अब हर रोज लोगों को शिकार बनाने लगा है। बाघ ने शनिवार को एक मां-बेटे को अपना निवाला बना लिया। इस बीच हालांकि बाघ को मारने का आदेश दे दिया गया है। वन विभाग और विशेषज्ञों की टीम इस कार्य में लगी हुई है।
वन विभाग के एक अधिकारी ने बताया कि गोवर्धना थाना इलाके के बलुआ गांव में बाघ ने मां-बेटे पर हमला कर दिया। इस हमले में दोनों की मौत हो गई है। जिसके बाद ग्रामीण आक्रोशित हैं। वन विभाग के अधिकारियों और कर्मचारियों को ग्रामीणों का कोपभाजन बनना पड़ा। बताया जाता है कि महिला अपने पुत्र को लेकर खेत में घास लेने गई थी कि बाघ ने दोनों पर हमला कर दिया, जिससे दोनों की मौत हो गई।
उल्लेखनीय है कि आदमखोर बाघ ने शुक्रवार को डुमरी गांव में संजय यादव को मार दिया था। बुधवार की रात सोए अवस्था में एक बच्ची को निशाना बनाया था। ग्रामीणों ने आशंका व्यक्त की है कि बाघ बलुआ गांव में गन्ने के खेत में छिपा है। उल्लेखनीय है कि सरकार ने आदमखोर बन चुके इस बाघ को देखती ही गोली मारने का आदेश दे दिया है। वाल्मीकि नगर टाइगर रिजर्व के क्षेत्र निदेशक नेशामणि के ने बताया कि बाघ के रेस्क्यू के लिए हैदराबाद, पटना से आई टीम पहले से तैनात है। बाघ को मारने के लिए पुलिस के शार्प शूटर की भी मदद ली जाएगी।