नई दिल्ली। यमुना एक्सप्रेसवे पर ट्रॉली बैग में मिली युवती की लाश की गुत्थी सुलझ गई है। युवती का नाम आयुषी यादव है। उसके पिता और मां ने मिलकर उसकी हत्या की थी और शव को ट्रॉली बैग में भरकर यमुना एक्सप्रेसवे पर फेंक वहां से वापस घर चले आए थे। पुलिस ने युवती के पिता से सख्ती से पूछताछ की तो वो टूट गया और अपना जुर्म स्वीकार कर लिया। उसके पिता बेटी के प्रेम प्रसंग से नाराज थे।
दिल्ली के बदरपुर थाना क्षेत्र के मोलड़बंद निवासी आयुषी यादव को 17 नवंबर की सुबह करीब 11 बजे उसके पिता नितेश और मां ब्रजबाला ने मिलकर मार दिया था। हत्या के बाद घर में ही उसका शव रखा गया। शव ठिकाने लगाने के लिए अगले दिन सुबह पांच बजे ट्राली बैग में शव रखकर दोनों कार से मथुरा के लिए निकले। दंपती ने मथुरा में दिल्ली-आगरा हाईवे से आए थे।
राया थाना क्षेत्र में यमुना एक्सप्रेस वे के सर्विस रोड पर ट्राली बैग फेंकने के बाद एक्सप्रेस वे से होकर लौट गए। जब दंपती मथुरा आ रहे थे, तो पिता कार चला रहा था और मां ट्राली बैग के साथ पीछे बैठी थी, जबकि लौटते समय मां आगे की सीट पर बैठ गई। पुलिस अब दंपती के खिलाफ हत्या की रिपोर्ट दर्ज कर रही है। एसपी सिटी एमपी सिंह ने बताया कि दोनों ने घटना स्वीकार कर ली है।