नई दिल्ली। कोरोना वायरस ने चीन ने एक बार फिर कोहराम मचा दिया है। बताया जा रहा है कि चीन में कोरोना मरीजों को एडमिट करने के लिए बेड नहीं बचे हैं। स्वास्थय व्यवस्था पूरी तरह चरमरा गई है। महामारी विशेषज्ञ का अनुमान है कि अगले 90 दिनों में चीन के 60 प्रतिशत से अधिक और पृथ्वी की 10 प्रतिशत आबादी के संक्रमित होने की संभावना है और लाखों लोगों की मौत भी हो सकती है।वॉल स्ट्रीट जर्नल की रिपोर्ट के अनुसार, श्मशान में आने वाले कोविड संक्रमित शवों की संख्या में अचानक वृद्धि हुई है क्योंकि चीन की राजधानी में वायरस तेजी से फैल रहा है। महामारी प्रतिबंधों में अचानक ढील देने के बाद इस तरह के हालात बने हैं।
माना जा रहा है कि चीन एक बार फिर से पूरी दुनिया में कोरोना फैलने की वजह बन सकता है। जबकि अभी विश्व के लगभग सभी देशों में कोरोना संक्रमण और उसके कारण होने वाली मौतें पूरी तरह नियंत्रण में हैं। सभी देशों में कोरोना के चलते बंद हुई गतिविधियां सामान्य हो चुकी हैं। लॉकडाउन भी सभी देशों में हट चुका है। मगर एक बार फिर से बड़े खतरे ने दस्तक दे दी है।
महामारी विज्ञानियों ने अनुमान लगाया है कि यदि मौजूदा संक्रमण की यही गति जारी रही तो एक बार फिर दुनिया में कोरोना से होने वाली मौतों का तांडव देखने को मिल सकता है। इस बार मौत लाखों में होगी, जिसका अंदाजा लगा पाना भी मुश्किल होगा। वैज्ञानिकों की इस भयावह भविष्यवाणी ने कोरोना से लगभग उबर चुके देशों में भी तहलका मचा दिया है। महामारी विशेषज्ञों का कहना है कि अभी तो यह सिर्फ शुरुआत है। अगले 90 दिन दुनिया पर भारी पड़ने वाले हैं। इस दौरान मौतों की गणना कर पाना मुश्किल हो सकता है। माना जा रहा है कि ऐसे में विभिन्न देशों में एक बार फिर अंतरराष्ट्रीय उड़ानों पर प्रतिबंध लगाने समेत कई अन्य कड़े फैसले लिए जा सकते हैं।