प्रयागराज। मनी लॉन्ड्रिंग केस में पिछले 14 दिनों से प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) की कस्टडी में रहे माफिया मुख्तार अंसारी को आज बांदा जेल में शिफ्ट किया गया। मुख्तार की कस्टडी रिमांड आज बुधवार को खत्म हो रही थी। मुख्तार अंसारी को आज बुधवार को कोर्ट में पेश किया गया, जहां से उसे बांदा जेल भेजा गया। ईडी की छानबीन लगभग पूरी हो चुकी है और अब उसके खिलाफ चार्जशीट दाखिल करने की तैयारी है। रिमांड कोर्ट के एसीजेएम मुकेश यादव की कोर्ट में पेशी के दौरान माफिया मुख्तार अंसारी ने कहा कि क्या बोलें, बोलना मना है।
मुख्तार अंसारी के अधिवक्ताओं ने कोर्ट में अर्जी देते हुए कहा कि मुख्तार की जान को खतरा है। उसके कई राजनीतिक दुश्मन हैं। बांदा जेल जाने तक भारी सुरक्षा के बीच में ले जाने का आदेश कोर्ट पारित करे। इसी मामले पर बचाव और अभियोजन पक्ष की बहस जारी है। मनी लांड्रिंग मामले में कोर्ट ने मुख्तार अंसारी की न्यायिक अभिरक्षा को 10 जनवरी 2023 तक के लिए मंजूर किया है। साथ ही बाहुबली को पूरी सुरक्षा के साथ बांदा जेल में शिफ्ट किए जाने का भी आदेश दिया।
ईडी की तरफ से अधिवक्ता शिव मूर्ति वर्मा पेश हुए थे। सरकारी अधिवक्ता गुलाब चंद्र अग्रहरी ने न्यायिक अभिरक्षा में भेजे जाने का कोई विरोध नहीं किया। एसीजीएम मुकेश यादव की कोर्ट ने कहा कि मामले की अगली सुनवाई पर संबंधित कोर्ट के समक्ष आरोपी को पेश किया जाए। इसके पहले मुख्तार अंसारी की ईडी कस्टडी रिमांड 28 दिसंबर तक जिला जज की कोर्ट ने मंजूर की थी।