अयोध्या। 14 वर्षों के वनवास के बाद भगवान राम के अयोध्या आगमन की खुशियों में इस बार अयोध्या नगरी दीपोत्सव 2024 के भव्य आयोजन के लिए तैयार है। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के नेतृत्व में 30 अक्टूबर को होने वाले इस दीपोत्सव में विशेष रूप से पर्यावरण को ध्यान में रखते हुए प्रदूषणमुक्त ग्रीन आतिशबाजी शो का आयोजन किया जाएगा। राम की पैड़ी पर आयोजित यह दीपोत्सव हर साल की तरह इस साल भी ऐतिहासिक बनने जा रहा है, जहां आसमान में 600 फीट तक की ऊंचाई पर आतिशबाजी से सरयू नदी का आकाश जगमगाएगा।
पांच किलोमीटर दूर से भी देखी जा सकेगी आतिशबाजी
इस बार आतिशबाजी शो में पर्यटन विभाग द्वारा चुनी गई एक विशेष एजेंसी द्वारा पुराने सरयू पुल पर ग्रीन एरियल फायर क्रैकर्स शो का प्रदर्शन किया जाएगा। एक्सिस कम्युनिकेशन के प्रमुख संजय सिंह ने जानकारी दी कि 30 अक्टूबर की शाम को पुराने सरयू पुल पर आतिशबाजी, लेज़र शो, फ्लेम शो और संगीत के संगम से भव्य कार्यक्रम प्रस्तुत किया जाएगा। इस आयोजन का मुख्य आकर्षण प्रदूषणमुक्त ग्रीन आतिशबाजी होगी, जो पर्यावरण को बिना नुकसान पहुंचाए 120 से 600 फीट की ऊंचाई तक आसमान में बिखरेगी। इस मनोहारी दृश्य को चार से पांच किलोमीटर के क्षेत्र में बड़ी संख्या में लोग देख सकेंगे। यह आतिशबाजी सरयू नदी की शांत लहरों पर चमकदार परछाइयों के साथ अद्भुत दृश्य उत्पन्न करेगी।
10 मिनट तक होती रहेगी आतिशबाजी
इस ग्रीन एरियल फायर क्रैकर्स शो में संगीत और आधुनिक तकनीकों का सुंदर मिश्रण होगा। संजय सिंह ने दावा किया कि इस शो को संगीत की धुन पर तैयार किया गया है, जो अयोध्या के दीपोत्सव को नए आयाम पर ले जाएगा। करीब 1500 मीटर लंबे क्षेत्र में फैले इस शो की अवधि लगभग 10 मिनट होगी। प्रदूषण मुक्त आतिशबाजी के साथ-साथ लेज़र और फ्लेम शो की चमक अयोध्या के दीपोत्सव को और भव्य बना देगी। पारंपरिक और आधुनिक तत्वों के संयोजन से तैयार किया गया यह शो उन सभी के लिए एक नया अनुभव होगा, जो इसे देखने आएंगे। आयोजन के भव्यता को बढ़ाने के लिए 30 से अधिक प्रशिक्षित पेशेवरों की टीम दिन-रात कड़ी मेहनत कर रही है।
दीपोत्सव 2024 का आयोजन राम की पैड़ी पर एक नया कीर्तिमान स्थापित करेगा। 30 अक्टूबर को होने वाले इस कार्यक्रम में 28 लाख दीपों की रोशनी और आतिशबाजी के अनोखे रंग अयोध्या नगरी को प्रकाशमान कर देंगे। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के मार्गदर्शन में इस वर्ष का दीपोत्सव भव्यता, सांस्कृतिक धरोहर और पर्यावरण सुरक्षा के संदेश के साथ विशेष रूप से मनाया जाएगा, जिससे यह दीपोत्सव अयोध्या और पूरे देश के लिए यादगार बनेगा।