नई दिल्ली। दिल्ली की ‘जहरीली हवा’ बच्चों को बीमार करने लगी है. खांसी, सिर दर्द और सांस लेने में बच्चों को दिक्कत महसूस हो रही है. बच्चे और बुजुर्ग प्रदूषण के प्रति संवेदनशील होते हैं. स्कूलों ने भी प्रदूषण की समस्या से निपटने की तैयारी शुरू कर दी है. स्कूलों में बच्चों को प्रदूषण के साथ जिंदगी जीना सिखाया जा रहा है. आठवीं क्लास के बच्चों में जागरुकता फैलायी जा रही है.
इसलिए बच्चों को बिना पटाखे के दीपावली मनाने को कहा गया है. स्कूलों में बच्चों को स्वास्थ्य के प्रति भी जागरूक किया जा रहा है. डॉक्टरों ने बच्चों और बुजुर्गों को प्रदूषण की चपेट में आने से बचने की सलाह दी है. निजी स्कूलों ने सुबह बच्चों की आउटडोर एक्टिविटी बंद कर दी है.
मास्क के साथ आने को बच्चों से कहा जा रहा है. अभिभावकों को भी बच्चों की सेहत पर विशेष देखभाल करने की सलाह दी गई है. प्रदूषण की स्थिति बिगड़ने पर स्कूलों की छुट्टियों की घोषणा कर दी जाती है. स्कूलों में छुट्टी होने के बाद बच्चों की ऑनलाइन क्लास ली जाती है.