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उप्र चुनाव : आखिरी दिन वार-पलटवार के साथ प्रचार थमा, मतदान बुधवार को

लखनऊ।वाराणसी/जौनपुर| उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव के अंतिम चरण के लिए प्रचार का अंत सोमवार को वाराणसी में प्रधानमंत्री की मौजूदगी के कारण गहमागहमी के बीच हुआ। भाजपा और सपा-कांग्रेस गठबंधन के बीच जहां वार-पलटवार का दौर चला, वहीं बसपा प्रमुख मायावती भी विरोधियों पर अपने तरकश के सभी बाण छोड़ने से नहीं चूकीं। अपने संसदीय क्षेत्र में लगातार तीन गुजारे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने प्रचार के अंतिम दिन सुबह में यादवों की शक्तिपीठ माने जाने वाले गढ़वाघाट आश्रम में जाकर संतों के साथ संवाद किया, महंत का आशीर्वाद लिया और गले में रुदाक्ष की 15 मालाएं पहने हुए गाय का हरा चारा खिलाया।

प्रधानमंत्री गढ़वाघाट से रोश शो करते हुए रामनगर स्थित पूर्व प्रधानमंत्री लालबहादुर शास्त्री के आवास पर गए, जो अब एक समारक बन चुका है। इससे पहले उन्होंने शास्त्री चौक पर लालबहादुर की प्रतिमा पर माल्यार्पण किया। यहां से वह वाराणसी के रोहनिया इलाके में पहुंचे और वहां जनसभा को संबोधित किया। अंतिम चरण के मतदान से पहले अपनी आखिरी रैली में मोदी ने कहा कि उनके लिए गुजरात से आकर पूर्वाचल का प्रतिनिधि बनना सौभाग्य की बात है। अब उत्तर प्रदेश का भाग्य बदलने का वक्त आ गया है।

मोदी ने कहा कि वह पिछले तीन दिनों से वाराणसी में हैं। इस दौरान उन्हें जनता का जो प्यार मिला, वह अभिभूत करने वाला है। उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार ने देश के बदलाव के लिए एक रोडमैप तैयार किया है और उसे साकार किया जाएगा। वर्ष 2022 तक दो सपनों को पूरा करना है। पहला काम, पांच वर्षो के भीतर किसानों की आय दोगुनी करना है और दूसरा काम गरीब से गरीब परिवार को घर दिलाना है। उन्होंने कहा कि हजारों करोड़ की लागत से प्रधानमंत्री कृषि सिंचाई योजना की शुरुआत की गई है और इस योजना के तहत किसानों को लाभ मिल रहा है।

मोदी ने कहा कि केंद्र में भाजपा की सरकार बनने के बाद देश में यूरिया का संकट भी दूर हुआ है। पहले यूरिया की कालाबाजारी होती थी और आए दिन लाठीचार्ज हुआ करता था। प्रधानमंत्री ने कहा कि तीन साल के भीतर 55 लाख परिवारों को गैस कनेक्शन दिया गया। गरीबों के लिए कुछ करने के उद्देश्य से ही वह दिन-रात काम कर रहे हैं। लेकिन उप्र की सरकार भेदभाव से भरी है, क्योंकि यह केवल वोट बैंक की चिंता करती है।

उन्होंने कहा कि उप्र की कानून व्यवस्था पूरी तरह से चौपट हो गई है। नकल माफिया, शराब माफिया और खनन माफियाओं का बोलबाला है। कानून व्यवस्था खराब होने की वजह से ही पुलिस थानों को सपा का कार्यालय बना दिया गया है। अगर कोई पुलिसकर्मी ईमानदारी से काम करने की कोशिश करता है तो उसका तबादला कर दिया जाता है। भाजपा की सरकार बनी तो वह पुलिसवालों को सम्मान दिलाएंगे।

मायावती पर निशाना साधते हुए मोदी ने कहा, “बुआ और भतीजे पर जनता को अब भरोसा नहीं है। अब तक आपने इनको और इनके कारनामों को देख लिया है। अब आपके पास मौका आया है, इसीलिए आप अपने भविष्य को सुनिश्चित करने के लिए मतदान करिए।”

पलटवार करते हुए कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी और मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने जौनपुर की रैली में कहा कि मोदी की अच्छे दिन वाली पिक्चर खत्म हो गई है। अब यह देखने को नहीं मिलेगी। ‘मेक इन इंडिया’ को बढ़ावा देने की बात करने वाले मोदी फेल हो गए हैं।

राहुल ने जनसमूह से कहा, “आप काम करते हो और नरेंद्र मोदी उसका फायदा 50 परिवारों को दे देते हैं। हम उसका फायदा आपको देंगे। हम युवाओं की सरकार लाएंगे। व्यंग्यबाण चलाते हुए उन्होंने कहा, “मोदी जी की अब उम्र हो गई है, वे बुजुर्ग हो गए हैं या कहें कि अब उनकी एज हो गई है। फिर भी मोदीजी सबकुछ स्वयं करते हैं। इसरो ने रॉकेट भेजा तो वह कहते हैं कि मैंने किया। अमेरिका जाकर ओबामा से गले मिलते हैं और विदेशमंत्री सुषमा स्वराज से कहते हैं कि तुम्हारी जरूरत नहीं है। तुम यहां बैठो मैं अमेरिका जा रहा हूं। वह राजनाथ और लालकृष्ण आडवाणी को किनारे हटाकर खुद ही काम कर रहे हैं।”

वाराणसी में प्रधानमंत्री के प्रचार को लेकर राहुल ने कहा, “बनारस में मोदी जी की पिक्चर का बार-बार रीटेक हो रहा है। सात दिन में मोदी चार बार रीटेक कर चुके हैं, मगर बात नहीं बन रही। दो दिन पहले रोड शो हुआ, उससे बात नहीं बनी। फिर कल रोड शो हुआ, उससे भी बात नहीं बनी। आज सुन रहे हैं कि मोदी जी पैदल जा रहे हैं। गाय को चारा खिला रहे हैं, अगर बनारस से किए वादों को पूरा कर दिया होता तो इतने रोड शो नहीं करने पड़ते।”

राहुल ने प्रदेश के औद्योगिक विकास का वादा करते हुए कहा, “हम उत्तर प्रदेश को दुनिया की फैक्ट्री बनाना चाहते हैं। यहां हर तरह का सामान बनेगा और उस पर ‘मेड इन यूपी’ लिखा होगा। यहां का सामान दुनिया भर में निर्यात होगा।”

रैली में अखिलेश ने वही सबकुछ दोहराया जो अन्य रैलियों में कहते रहे हैं। उनके निशाने पर भी मोदी ही रहे।

बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री और राष्ट्रीय जनता दल (रालोद) अध्यक्ष लालू प्रसाद ने भी बनारस में सपा-कांग्रेस के लिए प्रचार किया। मोदी के वाराणसी में केंद्रीय मंत्रियों के साथ डेरा डालने पर कटाक्ष करते हुए उन्होंने कहा कि यह भाजपा की हार का संकेत है। घबराहट इतनी है कि इज्जत बचाने के लिए क्या करें, क्या न करें मोदी खुद नहीं समझ पा रहे हैं।

लालू ने कहा, “मैंने यहां 40 जगह जनसभाएं की हैं। लोगों से मिल रहा हूं। भाजपा वाराणसी और उप्र में पूरी तरह हार चुकी है। सपा-कांग्रेस की जीत पक्की है।”

उन्होंने कहा कि संघ परिवार और भाजपा देश का टुकड़ा-टुकड़ा कर देना चाहते हैं। मोदी देश का विभाजन चाहते हैं। मोदी और अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप में अद्भुत समानता है। ये दोनों ही मुसलमानों के विरोधी हैं। मोदी जिस तरह के बयान दे रहे हैं, उससे साफ जाहिर है कि वह देश का विभाजन चाहते हैं।

लालू ने नोटबंदी के फैसले की तुलना 1970 के दशक में जबरन नसबंदी कराए जाने से की। उन्होंने कहा, “मोदी सरकार ने नोटबंदी नहीं की, बल्कि देश की सवा सौ करोड़ जनता की नसबंदी कर दी है, जिसमें जनता को बैंकों से अपना ही पैसा निकलवाने के लिए लाइन में लगने पर मजबूर होना पड़ा। गुस्साए हुए लोग चुनाव में बदला सधा रहे हैं।” पास के चंदौली में समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव की पत्नी और कन्नौज सांसद डिंपल यादव ने कहा कि अच्छे दिन का वादा करने वालों ने नोटबंदी करके जनता को लाइनों में खड़ा कर दिया। जबकि पत्थरवाली सरकार (मायावती) ने सिवाय सरकारी खजाना लूटने के कुछ नहीं किया।

चंदौली में जनसभा में डिंपल यादव ने भाजपा और बसपा पर तीखे वार किए। उन्होंने कहा कि भाजपा और बसपा ने जनता को छलने का काम किया है जबकि समाजवादी पार्टी की सरकार ने विकास के काम किए हैं।

उन्होंने कहा, “नोटबंदी से न तो कालाधन आ सका और न ही भ्रष्टाचार या आतंकवाद मिटा। अब तो दो हजार रुपये का नकली नोट भी आ गया है। समाजवादी सरकार ने किसानों के लिए सिंचाई मुफ्त की है। हम किसान फंड भी बनाएंगे। किसानों का कर्ज 1600 करोड़ रुपये माफ किया है।” उन्होंने कहा कि उत्तर प्रदेश उत्तम प्रदेश बन चुका है। जनता का भरोसा समाजवादी सरकार पर है, जिसकी कथनी और करनी एक है। डिंपल ने कहा, “अच्छे दिन वालों ने तीन साल केवल मन की बात की। मोदी तीन दिन से काशी में रुके हैं। मोदी का पहला रोड शो फेल हो गया, दूसरे में भी सफलता नहीं मिली। अब अपनी नाकामी का ठीकरा दूसरों पर फोड़ रहे हैं। अखिलेश जी का रोड शो सफल रहा। ऐसा अब तक नहीं हुआ था।”

उन्होंने कहा, “जब भी अच्छे दिन वाले बोलते हैं तब जहर ही उगलते हैं। अच्छे दिन वालों के न अच्छे बोल और न ही अच्छी सोच है। मोदी ने बिजली को भी हिंदू-मुस्लिम बना दिया। झूठ बोलने की भी हद होती है, लेकिन अब इनका घड़ा भर गया है।” डिंपल ने कहा, “उप्र का मुख्यमंत्री कोई गुजराती भाई बन गया तो क्या होगा? भाजपा उप्र को लखनऊ से नहीं दिल्ली से चलाना चाहती है।”

बसपा पर वार करते हुए डिंपल ने कहा कि पत्थरवाली सरकार ने सिवाय सरकारी खजाना लूटने के कुछ नहीं किया। अब चौथी बार बुआ भाजपा से रक्षाबंधन मनाने को तैयार हैं। उधर, मायावती ने लखनऊ में प्रेसवार्ता कर विरोधियों पर निशाना साधा और चुनाव में बसपा की भारी जीत का दावा किया।

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Dileep Kumar
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