नई दिल्ली, 8 नवंबर (आईएएनएस)| केंद्रीय जांच ब्यूरो (सीबीआई) ने बुधवार को कहा कि गुरुग्राम के रेयान इंटरनेशनल स्कूल का एक 16 वर्षीय छात्र कक्षा दो के छात्र प्रद्युम्न ठाकुर की हत्या का मुख्य अभियुक्त है।
वह परीक्षाओं और शिक्षकों और माता-पिता के बीच होने वाली एक बैठक (पैरेंट्स टीचर्स मीटिंग) को स्थगित करना चाहता था। सीबीआई प्रवक्ता अभिषेक दयाल ने कहा कि कक्षा 11वीं के छात्र को मंगलवार रात गिरफ्तार किया गया। अपराध स्थल का निरीक्षण, सीसीटीवी फुटेज की जांच, कॉल रिकॉर्ड, बयान और कई लोगों से पूछताछ के बाद से पता चला कि यह छात्र अपराध के दिन स्कूल परिसर में एक चाकू लेकर पहुंचा था और उसी का इस्तेमाल उसने अपने कनिष्ठ स्कूल सहपाठी को मारने के लिए किया।
दयाल ने कहा, अपराध में इस्तेमाल हथियार एक चाकू है, जिसे शुरुआत में गुरुग्राम (हरियाणा) में पुलिस ने घटनास्थल से बरामद किया था। वह अब हमारे पास है।
उन्होंने कहा कि हिरासत में लिया गया छात्र पढ़ाई में कमजोर था और परीक्षाओं और पेरेंस्ट्स-टीचर्स मीटिंग को स्थगित करना चाहता था और इस सबसे बचने के लिए उसने बगैर सोचे-समझे प्रद्युम्न (सात) की हत्या कर दी।
सीबीआई प्रवक्ता ने कहा कि हिरासत में लिए गए छात्र के माता-पिता को पूरी जांच के दौरान सूचित किया जाता रहा।
सीबीआई ने हरियाणा पुलिस से 22 सितंबर को स्कूल के बाथरूम में प्रद्युम्न की गला रेंतकर हुई हत्या के करीब दो सप्ताह बाद यह मामला अपने हाथ में ले लिया था।
छात्र को किशोर न्याय बोर्ड के समक्ष पेश किया जाएगा, जहां अदालत द्वारा यह निर्णय लिए जाने की संभावना है कि उसे किशोर न्याय (बच्चों की देखभाल और सुरक्षा) अधिनियम, 2015 के अनुसार बालिग माना जाए, या नाबालिग।
वहीं, घटना के बाद हरियाणा पुलिस ने दावा किया था कि स्कूल के बस कंडक्टर अशोक कुमार ने यौन उत्पीड़न का विरोध जताने पर शौचालय के अंदर प्रद्युम्न की हत्या कर दी थी।
अशोक को इस मामले में गिरफ्तार कर लिया गया था। हालांकि प्रद्युम्न के पिता और दो अन्य कर्मचारियों ने दावा किया था कि अशोक को बलि का बकरा बनाया जा रहा है।