पूरे देश में गणेश चतुर्थी 13 सितंबर को मनाया जाएगा। बता दें, इस साल गणेश उत्सव 13 सितंबर से 23 सितंबर तक चलेगा। भगवान गणेश का जन्म भाद्रपद शुक्ल चतुर्थी को मध्यकाल में हुआ था। हर दिन इसी दिन गणेश चतुर्थी मनाई जाती है। इस दिन लोग भगवान गणेश को प्रसन्न करने के लिए मोदक का भोग लगाते हैं।
गौरतलब है कि, मोदक को नारियल और घी से बनाया जाता है। मोदक भगवान गणेश का पसंदीदा माना जाता है। लेकिन इसके पीछे का कारण कुछ और भी है। आइए जानते हैं गणेश चतुर्थी पर क्यो चढ़ाया जाता है मोदक।
बता दें, पुराणों में मोदक का वर्णन है। मोदक का अर्थ होता है आनंद (खुशी) और भगवान गणेश को हमेशा खुश रहने वाला माना जाता है। इसी वजह से उन्हें मोदक का भोग लगाया जाता है। मोदक को ज्ञान का प्रतीक भी माना जाता है और भगवान गणेश को ज्ञान का देवता भी माना जाता है।
एक कथा के अनुसार, गणेश जी और परशुराम जी के बीच युद्ध हुआ था, जिसमें उनका दांत टूट गया था। दांत टूटने के कारण उनको खाने में काफी तकलीफ हो रही थी।
जिसके बाद उनके लिए मोदक बनाए गए। क्योंकि मोदक काफी मुलायम होता है और मुंह में जाते ही घुल जाता है। जिसके बाद से मोदक उनका सबसे प्रिय भोजन बन गया।