लखनऊ। भाजपा विधायक राजेश मिश्रा उर्फ पप्पू भरतौल की बेटी साक्षी के प्रेम विवाह मामले में हर दिन नए-नए खुलासे हो रहे हैं। पप्पू के भरतौल नजदीकी रहे गौरव सिंह अरमान को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया और उसे रविवार को अदालत में पेश किया। अदालत ने अरमान को जेल भेज दिया गया। पुलिस ने अरमान को पिछले साल मोहर्रम के दौरान हुए बवाल में अभियुक्त होने के आधार पर जेल भेजा है। हालांकि जो नई जानकारी सामने निकलकर आ रही है उसके मुताबिक़, अजितेश को तीन से पांच जुलाई के बीच एक शख्स ने एक या दो बार नहीं बल्कि 63 बार फोन किया था। ये शख्स कोई और नहीं बल्कि गौरव सिंह अरमान था।
दरअसल गौरव सिंह अरमान विधायक राजेश मिश्रा के सबसे करीबी शख्स में से एक था, लेकिन विधायक राजेश मिश्रा उर्फ पप्पू भरतौल ने कुछ दिन पहले उसे अपने कार्यालय से भगा दिया था। इसी बात को लेकर गौरव पप्पू भरतौल से नाराज था और उन्हें सबक सिखाने के लिए मौके की तलाश में था। बिथरी ब्लाक प्रमुखी का चुनाव लड़वाने से लेकर विधायक ने हर कदम पर उसका साथ दिया। विधायक की दम पर कोटे की ब्लैक मार्केटिंग, अवैध खनन का धंधा करता था। विधायक के आउट करने के बाद वह उनसे अपमान का बदला लेना चाहता था। पार्टी में ही विधायक से नाराज चल रहे दो कद्दावर नेताओं की वह शरण में गया। पहले तो विधायक को दूसरे तरीकों से नुक्सान पहुंचाने पर विचार किया गया, लेकिन बात नहीं बनी। फिर विधायक के गर्व पर चोट कर उनकी राजनीति को नुकसान पहुंचाने की रणनीति तय की गई।
पार्टी के जिन दो दिग्गज नेताओं का नाम इस साजिश को लेकर चर्चा में है, अजितेश उनके संपर्क में भी था। उसके साक्षी से नजदीकी संबंधों की जानकारी भी उन्हें थी। इसी के चलते 28 जून को साथ बैठकर अजितेश और साक्षी की शादी कराने की योजना बनाई गई। इस दौरान इलाहाबाद में प्रैक्टिस करने वाले एक वकील से फोन पर बात कर सारा मामला सेट किया गया। वकील की सलाह पर ही वीडियो वायरल कराए गए और फिर साक्षी और अजितेश टीवी चैनलों के दफ्तर भी पहुंचे।