नई दिल्ली। जम्मू-कश्मीर- कश्मीर से धारा 370 और 35ए हटाए जाने के पहले से ही वहां पर कई चीज़ों को लेकर प्रतिबंध लगा दिया गया था। इतना ही नहीं वहाँ के नेताओं को नज़रबंद भी करवाया गया, ऐसा इसलिेए हुआ क्योकिं वहाँ पर सरकार का यह फैसला लागू होने के बाद शांति व्यवस्था भंग होने का खतरा मंडरा रहा था।
सीमा पार पाकिस्तान से आ रहे भड़काऊ बयान भी सरकार के लिए सिरदर्द का सबब बने हुए है। ऐसे में कश्मीर के जनसामान्य लोगों के लिए हालात बद से बत्तर ना हो जाए और किसी भी प्रकार का जान माल का नुकसान ना हो इसे ध्यान में रखते हुए सरकार ने कश्मीर में सैन्य बल बढ़ाने के साथ साथ वहाँ पर दूरसंचार सेवाएं, आवागमन की सेवाएं जैसी तमाम सेवाओं पर भी बैन लगा दिया। हालांकि केंद्र सरकार के इस कदम की विपक्ष से लेकर पाक तक ने काफी निंदा की, पर इन सब चीज़ों से बेफिक्र मोदी सरकार अपने फैसले पर अडिग रहे।
हालांकि अब कश्मीर से धारा 370 और 35 ए हटने के बाद हालात सामान्य की ओर बढ़ते हुए नज़र आ रहे है। ताज़ा रिपोर्ट्स के मुताबिक 370 हटने के 12 दिनों बाद कश्मीर के कुछ इलाकों में अब 2जी इंटरनेट सेवा शुरु कर दी गई है। आपको बता दें कि फिलहाल जम्मू, रियासी जिले, सांबा, कठुआ और उधमपुर में टूजी इंटरनेट सेवा शुरू कर दी है।
इस मामले में मुख्य सचिव बी.वी.आर.सुब्रमण्यम ने शुक्रवार को यह घोषणा की थी कि इस हफ्ते के बाद कश्मीर घाटी के सभी स्कूलों फिर से खुलेंगे जिससे बच्चों की पढ़ाई का नुकसान ना हो जबकि सरकारी कायार्लयों में शुक्रवार से कामकाज शुरू हो गया। अधिकारी ने कहा था कि दूरसंचार लिंक धीरे-धीरे चालु किए जाएंगे।
मुख्य सचिव ने आगे बताया कि 22 जिलों में से 12 में कामकाज सामान्य है। उनके मुताबिक “ऐसे उपाय किए गए जिससे सुनिश्चित किया जा सके कि एक भी जान का नुकसान नहीं हो या कोई भी गंभीर रूप से घायल नहीं हो। यह इंतजाम शांति व्यवस्था बनाए रखने के लिए किया गया। आतंकवादी संगठनों व कट्टरवादी समूहों के पुख्ता प्रयास के बावजूद हमने जनहानि को रोका। इस दौरान पाकिस्तान द्वारा हालात को अस्थिर करने का लगातार प्रयास किया गया।”