नई दिल्ली। उत्तर-पूर्वी दिल्ली के जाफराबाद इलाके में सोमवार को नागरिकता संशोधन अधिनियम (सीएए) के समर्थक और विरोधी गुटों के बीच हिंसक झड़प हो गई। इस दौरान गोकुलपुरी एसीपी कार्यालय में तैनात सिपाही रतन लाल की मौत हो गई, जबकि शाहदरा के डीसीपी अमित शर्मा को गंभीर चोट आई है। उन्हें पटपड़गंज के मैक्स अस्पताल में भर्ती कराया गया है। दोनों ओर से लगातार फायरिंग हो रही है। वहीं प्रदर्शनकारियों ने तीन गाड़ियों को आग के हवाले कर दिया है। जाफराबाद में हालात बेहद हिंसक हो गए हैं। चारों ओर से पत्थरबाजी हो रही है। प्रदर्शनकारी कई दुकानों को आग लगाने की कोशिश कर रहे हैं।
इस बीच दिल्ली मेट्रो ने मौजपुर-बाबरपुर मेट्रो स्टेशन के प्रवेश और निकास द्वार को बंद करने की घोषणा की है। सीएए के समर्थक और विरोधी गुटों के बीच झड़प रविवार को भी पत्थरबाजी हुई थी। सीएए समर्थक समूहों ने मौजपुर-बाबरपुर मेट्रो स्टेशन और मौजपुर चौक पर रैली की थी, जबकि सीएए विरोधी प्रदर्शनकारियों ने कबीर नगर और जाफराबाद क्षेत्र में अपना विरोध जताया था।
पूर्वी रेंज के दिल्ली पुलिस के संयुक्त आयुक्त आलोक कुमार ने मीडियाकर्मियों से कहा कि आसपास के क्षेत्र में स्थिति तनावपूर्ण बनी हुई है और पुलिस स्थिति की निगरानी कर रही है। हिंसा के दौरान सुरक्षा बलों पर पथराव के बाद पर्याप्त पुलिस कर्मियों को तैनात किया गया है। इस बीच यह अफवाहें भी चली कि भाजपा नेता कपिल मिश्रा और उनके समर्थक पथराव कर रहे हैं और कुछ रिपोर्टों में कहा गया कि गाड़ियों में भी तोड़फोड़ की गई है।
लोगों ने पुलिस की भूमिका पर सवाल उठाए हैं। आरोप है कि जब झड़पें हुईं तो पुलिसकर्मी मूकदर्शक बने रहे और हिंसा को खत्म कराने के प्रयास नहीं किए गए। खबरों के मुताबिक हालात बिगड़ते देख सीआरपीएफ की टीम को आसपास के इलाकों में तैनात किया गया है। शनिवार रात से ही दिल्ली के पूर्वी हिस्से में तनाव बना हुआ है, जिसके बाद जाफराबाद में एक सड़क की नाकेबंदी भी की गई है।