लखनऊ। उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ अपने एक दिवसीय दौरे पर अयोध्या पहुंच गए हैं। वह करीब पांच घंटे अयोध्या में बिताएंगे। अयोध्या पहुंचने पर सीएम योगी ने रामलला तथा हनुमान गढ़ी का दर्श-पूजन किया। इसके बाद अंतरराष्ट्रीय रामकथा संग्रहालय में सांसदों और जनप्रतिनिधियों के साथ बैठक कर अयोध्या में चल रहे विकास कार्यों की समीक्षा कर रहे हैं।
सीएम योगी तय कार्यक्रम के मुताबिक दोपहर करीब सवा तीन बजे वाराणसी के लिए रवाना होंगे। वाराणसी में शाम 4:30 से 6:30 बजे तक अधिकारियों के साथ बैठक कर यहां की विकास परियोजनाओं और कानून व्यवस्था का जायजा लेंगे। उनका यहां पर कार्यकर्ताओं से मुलाकात का भी कार्यक्रम है।
बाबा विश्वनाथ का दर्शन करने के बाद योगी श्री काशी विश्वनाथ कॉरिडोर देखने जाएंगे और रात्रि विश्राम के बाद सोमवार सुबह 9:30 बजे गाजीपुर के लिए रवाना होंगे। गाजीपुर में विकास कार्योँ की समीक्षा कर पूर्वांचल एक्सप्रेस वे का निरीक्षण करेंगे।
बता दें की सीएम योगी आदित्यनाथ का फोकस रामनगरी के समग्र विकास पर हैं। सीएम योगी ने बीते दिनों अपने गोरखपुर दौरे के समय कहा था कि राम मंदिर का निर्माण शुरू हो गया है। इसके विस्तार और विकास के लिए व्यापक कार्य योजना बनाई गई है। आने वाले समय में अयोध्या देश का सबसे बड़ा पर्यटक स्थल बनेगा।
मुख्यमंत्री ने कहा कि भारत सरकार ने मंदिर निर्माण के लिए एक रुपये से इसकी शुरुआत की है। अयोध्या के विकास को लेकर व्यापक कार्ययोजना को मूर्त रूप दिया जा रहा है। आने वाले दिनों में अयोध्या देश का न सिर्फ सबसे बड़ा तीर्थस्थल होगा, बल्कि सबसे आकर्षक पर्यटक स्थल के रूप में भी सामने आएगा।
उन्होंने कहा कि श्रीराम मंदिर आंदोलन से गोरक्ष पीठ का गहरा नाता रहा है। ब्रह्मलीन महंत दिग्विजयनाथ और ब्रह्मलीन महंत अवेधनाथ राम मंदिर आंदोलन के लिए अपने पूरे जीवन काल में सक्रिय रहे। ब्रह्मलीन महंत अवेधनाथ ने जन्मभूमि संघर्ष समिति के अध्यक्ष रहते हुए इस आंदोलन को नई ऊंचाइयों तक पहुंचाया।