लखनऊ। अपने उल जुलूल बयानों के लिए मशहूर कांग्रेस नेता उदित राज के खिलाफ यूपी पुलिस ने एफआईआर दर्ज की है। उदित राज ने उन्नाव की घटना को लेकर बिना किसी तथ्यों के भड़काऊ ट्वीट किए थे।
उन्होंने ट्वीट कर कहा कि उन्नाव में दलित लड़कियों की मौत रेप का मामला है और पुलिस इनके परिवार के खिलाफ जाकर बच्चियों के शव को जला दिया है। इधर पुलिस ने कहा है कि पोस्टमार्टम रिपोर्ट में बच्चियों के साथ दुष्कर्म होने की कोई पुष्टि नहीं हुई थी और न ही परिवार ने इस घटना में बल प्रयोग का कोई आरोप लगाया था।
उन्नाव के पुलिस अधीक्षक आनंद कुलकर्णी ने कहा, डॉ. उदित राज पर सोशल मीडिया पर झूठी और मनगढ़ंत जानकारी साझा करने का आरोप है। कुलकर्णी ने कहा कि उदित राज के खिलाफ सूचना प्रौद्योगिकी अधिनियम के तहत दंगा भड़काने और उकसाने के आरोप में प्राथमिकी दर्ज की गई है।
वहीँ एफआईआर दर्ज होने के बाद उन्होंने ट्वीट किया, ‘बीजेपी के मंत्री आंदोलित किसानों को खालिस्तानी कहें तो अफवाह नही फैलती। जब मैं उन्नाव में मृत दलित बच्चियों का मामला उठाया तो अफवाह है।योगी जी FIR दर्ज करा देते हैं।मामला साफ है पीड़ित दलित हैं & मैं भी। हमारी हिम्मत बोलने की कैसे हो गई?’
उन्होंने एक अन्य ट्वीट किया, “सी एम योगी जी के निर्देश पर मेरे खिलाफ उन्नाव की पुलिस ने FIR दर्ज किया है।दलित बच्चियों की मां कह रही है कि उनके साथ गलत काम करके मार गया।यही सच मैंने बोला तो अफवाह कैसे हुआ? योगी जी मुझे डरा नही सकते। जान चली जाए फिर भी अन्याय के खिलाफ खड़ा रहूंगा।”