नई दिल्ली। भारत में कोरोना की महामारी विकराल रूप लेती जा रही है। इस बीच अमेरिका ने भारत में मौजूद अपने नागरिकों जल्द देश छोड़ देने को कहा है। अमेरिका ने अपने नागरिकों को भारत की यात्रा नहीं करने और भारत को तत्काल छोड़ने या जैसे भी सुरक्षित रहने को कहा है।
वाशिंगटन में सरकार ने अपनी सलाह में कहा, “कोविड-19 मामलों में उछाल के कारण भारत में सभी प्रकार की चिकित्सा गंभीर रूप से सीमित होती जा रही है। भारत छोड़ने के इच्छुक अमेरिकी नागरिकों को अब उपलब्ध वाणिज्यिक परिवहन विकल्पों का फायदा उठाना चाहिए। भारत और संयुक्त राज्य अमेरिका के बीच सीधी उड़ानों की पेशकश हर दिन की जाती है, पेरिस और फ्रैंकफर्ट में स्थानान्तरण के माध्यम से अमेरिकी नागरिकों के लिए अतिरिक्त उड़ान विकल्प मौजूद हैं।”
विभाग ने कहा कि भारत और अमेरिका के बीच रोजाना 14 सीधी उड़ानें हैं और अन्य सेवाएं हैं जो यूरोप से जुड़ती हैं। अमेरिका ने अपने नागरिकों से भारत में स्वास्थ्य और सुरक्षा से संबंधित महत्वपूर्ण जानकारी प्राप्त करने के लिए दूतावास के साथ नामांकन करने का आग्रह किया।
इस बीच कोरोना संक्रमण की दूसरी लहर से प्रभावित भारत को अमेरिका से मदद की पहली खेप मिली है। शुक्रवार को सुबह अमेरिका से मदद लेकर आया विमान दिल्ली उतरा। भारत में करीब 10 दिन से हर रोज 3 लाख से ज्यादा कोरोना के एक्टिव केस मिल रहे हैं। इस बीच 400 ऑक्सीजन सिलेंडर्स, करीब 10 लाख कोरोना टेस्ट किट और अन्य उपकरणों को लेकर अमेरिकी विमान इंटरनेशन एयरपोर्ट पर पहुंचा है। अमेरिकी दूतावास ने ट्वीट कर इसकी जानकारी दी है। अमेरिकी दूतावास की ओर से किए गए ट्वीट में लिखा गया है, ‘अमेरिका की ओर से कोरोना राहत को लेकर पहला विमान भारत पहुंच गया है! बीते 70 सालों की दोस्ती में अमेरिका हमेशा भारत के साथ रहा है। कोरोना संकट में भी हम साथ हैं।’ इसके साथ ही #USIndiaDosti भी लिखा गया है।