लखनऊ। राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) व्यावसायिक शिक्षा एवं कौशल विकास विभाग उ0प्र0/प्रभारी मंत्री जिला बिजनौर श्री कपिल देव अग्रवाल द्वारा जिला प्रशासन द्वारा कोविड-19 से ग्रस्त व्यक्तियों को हर सम्भव चिकित्सीय सुविधा उपलब्ध कराने के लिए की गई व्यवस्थाओं की खुले दिल से सराहना की। उन्होंने कहा कि अल्प समय में इतनी अच्छी और प्रभावी व्यवस्था वास्तव में प्रशंसनीय है कि शहर एवं ग्रामीण क्षेत्रों में घर-घर जाकर आमजनों के स्वास्थ्य की जांच और बीमार व्यक्तियों के लिए मेडिसिन उपलब्ध कराई जा रही है और निर्वाध रूप से आॅक्सीजन, चिकित्सकों द्वारा प्रिस्क्रप्शन, टेलीमेडिसिन एवं टेलीफोनिक परामर्श उपलब्ध कराया जा रहा है। राज्य मंत्री श्री अग्रावालअपरान्ह 02ः00 बजे विकास भवन के सभागार में आयोजित बैठक में जिले में कोविड-19 महामारी के नियंत्रण के की जानी वाली व्यवस्था एवं कोरोना वायरस से पीड़ित व्यक्तियों के इलाज से संबंधित की जानी वाली कार्यवाही की जानकारी के लिए आयोजित बैठक की अध्यक्षता करते हुए समीक्षा कर रहे थे।
समीक्षा करते हुए उन्होंने पाया कि जिले में कुल 8 एल-2 स्तर के अस्पताल हंै, जिनमें सार्वजनिक क्षेत्र में जिला अस्पताल बिजनौर, सी0एच0सी0 हल्दौर, सी0एच0सी0 समीपुर, सी0एच0सी0 धामपुर, सी0एच0सी0 स्याऊ, तथा निजी क्षेत्र में पुलकित हास्पिटल, पं0 चन्द्रकांत आत्रेय हास्पिटल एंव माता गायत्री देवी हास्पिटल बिजनौर शामिल हैं, इन सभी अस्पतालों में कुल 298 बैड स्थापित है। वर्तमान में इन बैड के सापेक्ष 221 बैड रिक्त है। अस्पतालों में बैड की उपलब्धता में पारदर्शिता एवं जनसाधारण की सुविधा के लिए बैडो की स्थिति की सूचना प्रतिदिन वैबसाइट इमकेण्कहउीनच.बवअपक19ण्पदध्म्छध्बवअपक19इमकजतंबा के माध्यम से प्रदर्शित की जाती है। इस प्रकार जनपद में पर्याप्त मात्रा में बैडो की उपलब्धता है तथा इन्टीग्रेटेड कमाण्ड एण्ड कन्ट्रोल सेन्टर बिजनौर द्वारा चिकित्सालय की सी0सी0टी0वी0 के माध्यम से 24’7 सेन्टर मे उपलब्ध चिकित्सकों के माध्यम से सघन निगरानी का कार्य भी किया जा रहा है। समीक्षा के दौरान यह भी संज्ञान में आया कि जिले में पर्याप्त मात्रा में जीवन रक्षक दवायें जैसे रेमडेसिविर, एजीथ्रोमाइसिन, पेरासीटामोल, आईवरमेक्टिन, डाॅक्सी आदि उपलब्ध है, जिनमें रेमडेसिविर आदि दवा सी0एच0सी0 पर भी उपलब्ध है।
समीक्षा में पर्याप्त मात्रा में आॅक्सीजन (वर्तमान में 11.10 एम0टी0) उपलब्ध है तथा इसके अलावा नजीबाबाद एवं हल्दौर में भी पर्याप्त मात्रा में आॅक्सीजन उपलब्ध हैं। जबकि 35 आॅक्सीजन काॅन्सट्रेटर जिला अस्पताल एवं सी0एच0सी0 में स्थापित किये गये हैं। नियमित रूप से अस्पतालो एवं होमआइसोलेशन के मरीजो को आॅक्सीजन की आपूर्ति की जा रही है। होमआइसोलेशन के मरीजो की सुविधा हेतु आई0सी0सी0सी0 में 24’7 आॅक्सीजन उपलब्धता सुनिश्चत करने के लिए हेल्पलाइन संचालित है। जिसमें ूींजेंचच के माध्यम से डेडीकेडेट मो0नं0-9454416928 पर डाॅ0 का प्रिसक्रिप्शन, आधार कार्ड, मरीज की लोकेशन सहित फोटो भेज कर आॅक्सीजन के लिए आवेदन किया जाता है। जिसे प्राथमिकता के आधार पर अनुमोदित कर आॅक्सीजन उपलब्ध करायी जाती है। अब तक होम आइसोलेशन के 485 लोगो को आॅक्सीजन की आपूर्ति की जा चुकी है।
समीक्षा के दौरान प्रकाश में आया कि जिले में कुल 110 आर0आर0टीमो (42 शहरी क्षेत्र एंव 68 ग्रामीण क्षेत्र हेतु) का गठन किया गया है जो कोविड धनात्मक रोगियो की 24 घंटे के भीतर होमविजिट कर उसका एलोकेशन, कान्टेक्ट टैªसिंग, स्वास्थ्य जांच एवं दवा किट वितरण का कार्य करती है। इन टीमो की मानीटरिंग आई0सी0सी0सी0 के माध्यम से प्रतिदिन की जाती है।जिले में ग्रामीण क्षेत्र में 1123 एवं नगरीय क्षेत्र में 385 कुल 1508 निगरानी समितियों का गठन किया गया है। जिनके द्वारा प्रतिदिन घर-घर जाकर सर्वे किया जाता है तथा लक्षणयुक्त व्यक्तियों को दवा किट वितरित की जाती है। निगरानी समितियों के सघन सर्वेक्षण कार्य से ग्रामीण क्षेत्र में कोरोना के प्रसार पर रोक लगाया जाना संभव हो सका है। अब तक निगरानी समिति द्वारा शहरी एवं ग्रामीण क्षेत्रों में 2697 किट वितरित की जा चुकी हैं तथा वर्तमान में किट वितरण का कार्य निर्वाध रूप से जारी है। इसके अलावा ग्रामीण और नगरीय क्षेत्रों में रोस्टर बनाकर नालों की सफाई, सेनिटाइजेशन एंव फागिंग के लिए विशेष स्वच्छता अभियान चलाया जा रहा है। जिसकी आई0सी0सी0सी0 से प्रतिदिन समीक्षा की जा रही है।
श्री कपिल देव अग्रवाल ने समीक्षा करते हुए पाया कि जिले में कोविड 19 संक्रमण से निपटने, जनसाधारण की सुविधा, संवाद, समस्त विभागो में समन्वय तथा गतिविधियों के अनुश्रवण के लिए वार-रूम के रूप में अत्याधुनिक इण्टीग्रेटेड कोविड कमांड एंव कन्ट्रोल सेन्टर स्थापित किया गया है। जिसमें पूर्ण सुव्यवस्थित रूप से ब्लाॅक वाइज 12 डेडीकेटेड कम्प्यूटर्स के माध्यम से होमआइसोलेशन के मरीजो से संवाद स्थापित कर प्रतिदिन उनके स्वास्थ्य की जानकारी ली जाती है। कमांड सेन्टर में 24’7 चिकित्सको की तैनाती की गयी है, जो होमआइसोलेशन एवं अन्य मरीजो को चिकित्सकीय सलाह उपलब्ध कराते है। कमांड सेन्टर में कोई भी सहायता प्राप्त करने अथवा शिकायत दर्ज करने के लिए डेडीकेटेड फोन लाइन स्थापित की गयी है, जो 24’7 क्रियाशील है। इसके अतिरिक्त कमांड सेन्टर से आर0आर0 टीम, निगरानी समिति, कन्टेनमेन्टजोन, कोरोना कफर््यू, सेनेटाइजेशन, हास्पिटल मानीटरिंग आदि सभी गतिविधियो का अनुश्रवण किया जाता है। पीआईसीयू तैयार अवस्था में है, जिसके अंतर्गत 10 बेड तैयार किये गए हैं, जिन पर स्टाफ भी नियुक्त कर दिया गया है। जिले में आरटीसीपीआर जांच के लिए लैब तैयार करने का कार्य प्रगति पर है, जो लगभग दो सप्ताह में पूर्ण कर लिया जाएगा। आॅक्सीजन प्लांट जिला संयुक्त चिकित्सालय बिजनौर में पीएम केयर फण्ड तथा बिलिन्डा गेट्स फाउण्डेशन द्वारा एक एक आॅक्सीजन प्लांट जिले में निर्मित होना प्रस्तावित है।