नई दिल्ली। डब्लूएचओ ने कोविड के नए वैरिएंट्स को एक नए सिस्टम से नाम देने का फैसला किया है। कोविड के वैरिएंट्स को देश से जोड़ने की आलोचना हो रही थी उसी को मद्देनज़र रखते हुए डब्लूएचओ ने कोरोना के वैरिएंट्स को ग्रीक अक्षरों का नाम देने का फैसला किया।
तमाम देशों में कोरोना के वैरिएंट्स पाए गए और उस वैरिएंट के आगे देश का नाम जुड़ जाता था। भारत में पाए जाने वाले वैरिएंट से जब लोगों ने उसे भारत का नाम दिया तो कुछ लोगों ने उसकी आलोचना की। जिसके बाद डब्लूएचओ ने ये फैसला लिया और इसी नियम के तहत पहली बार भारत में पाये गए B.1.617.1 को कप्पा और B.1.617.2 को डेल्टा कहा जाएगा।
इसी नियम के तहत ब्रिटैन के वैरिएंट को अल्फा और दक्षिण अफ्रीका के वैरिएंट को बीटा कहा जाएगा। डब्लूएचओ ने कहा कि ये फ़ैसला बातचीत को आसान बनाने और किसी देश के साथ वेरिएंट के नाम को ना जोड़ा जाए, यह सुनिश्चित करने के लिए किया गया है.
इस महीने की शुरुआत में भारत सरकार ने B.1.617.2 को भारतीय वेरिएंट बुलाये जाने की आलोचना की थी। हालांकि डब्लूएचओ ने पहले भी आधिकारिक तौर पर किसी वेरिएंट के नाम को किसी देश के साथ नहीं जोड़ा था।